सार
अमेरिकी FBI खालिस्तानी आतंकवादी गुरपत्वंत सिंह पन्नुन की हत्या की साजिश में विकास यादव की तलाश कर रही है, जिसे दिल्ली पुलिस ने पहले ही अपहरण और हत्या के प्रयास के मामले में गिरफ्तार किया था।
नई दिल्ली। अमेरिकी जांच एजेंसी FBI खालिस्तानी आतंकवादी गुरपत्वंत सिंह पन्नुन की हत्या की साजिश रचने के मामले में विकाश यादव की तलाश कर रही है। विकास को हत्या और अपहरण के मामले में दिल्ली पुलिस के विशेष सेल द्वारा 10 महीने पहले गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली के एक कारोबारी ने विकास के खिलाफ शिकायत की थी। उसे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से जोड़ा था।
दिसंबर 2023 में दर्ज हुए एक केस में विकाश के साथ एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया था। अप्रैल 2024 में विकास को जमानत मिली थी। एक कारोबारी ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। व्यवसायी ने दावा किया था कि उसे नवंबर में एक परिचित द्वारा विकाश से मिलवाया गया था। दावा किया गया था कि वह एक सीनियर सरकारी अधिकारी था।
विकाश यादव ने खुद को बताया था अंडरकवर एजेंट
आईटी कंपनी चलाने वाला व्यवसायी पश्चिम एशिया में कई भारतीयों के साथ संपर्क में था। उसने जल्द ही विकाश के साथ दोस्ती की। व्यवसायी ने कहा कि विकाश ने उन्हें बताया कि वह एक अंडरकवर एजेंट थे, लेकिन उन्होंने कभी भी अपने काम और ऑफिस के बारे में जानकारी नहीं दी।
विकाश ने किया था कारोबारी को अगवा
विकाश ने 11 दिसंबर को कारोबारी को लोधी रोड पर बुलाया और अगवा कर लिया। उसे डिफेंस कॉलोनी क्षेत्र में एक फ्लैट में ले जाया गया। विकास ने बताया कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने उसे मारने के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया था। व्यवसायी के साथ मारपीट की गई। उसकी सोने की चेन और छल्ले छीन लिए गए। विकास और उसके साथी ने व्यवसायी को धमकी दी कि पुलिस के पास गए तो गंभीर नतीजे होंगे। इसके बाद उसे सड़क किनारे छोड़ दिया।
18 दिसंबर को व्यवसायी की शिकायत के बाद दिल्ली पुलिस ने विकाश और उसके साथी को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान विकास और उसके साथी ने बताया कि पुरानी गाड़ी बेचने के धंधे में नुकसान हुआ था। विकास ने दावा किया कि उनके पिता बीएसएफ में थे। 2007 में उनका निधन हो गया। पैसे के लिए उसने व्यवसायी को टारगेट किया।
अमेरिका ने कहा RAW के लिए काम करता था विकाश यादव
दूसरी ओर इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिकी अभियोजकों ने विकाश यादव को पन्नुन की हत्या की साजिश के पीछे भारतीय अधिकारी के रूप में नामित किया। अमेरिका ने कहा कि यादव एक पूर्व अनुसंधान और विश्लेषण विंग (RAW) अधिकारी है। एफबीआई ने कहा कि उनका जन्म स्थान हरियाणा में प्राणपुरा था। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका द्वारा जिस व्यक्ति का नाम बताया जा रहा है वह भारत सरकार के लिए काम नहीं कर रहा है।
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