सार
Jammu Kashmir Assembly Election 2024: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का आगाज होते ही राजनैतिक दल पूरे जोरशोर से मैदान में उतर चुके हैं। तीन चरणों में होने वाली वोटिंग में नई सरकार का चुनाव होगा। केंद्र शासित प्रदेश की जनता अपने जनप्रतिनिधियों को चुनने में पीछे न रहे इसके लिए दिल्ली में भी पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। प्रवासी कश्मीरियों के लिए चुनाव आयोग ने दिल्ली में वोटिंग की विशेष व्यवस्था कराई है।
24 स्पेशल बूथों पर कश्मीरी डाल सकेंगे वोट
चुनाव आयोग ने बताया कि जम्मू-कश्मीर की जनता की सुविधा के लिए 24 स्पेशल पोलिंग सेंटर बनाए गए हैं। यह सेंटर जम्मू, उधमपुर और नई दिल्ली में है। जम्मू-कश्मीर चुनाव आयोग के सीईओ ने बताया कि कश्मीर घाटी के विस्थापित लोगों के लिए स्पेशल पोलिंग सेंटर बनें हैं। यहां वोट करने वालों को लोकसभा चुनाव की तरह फार्म-एम नहीं भरना होगा।
काफी संख्या में रिलीफ कैंप्स में विस्थापित कश्मीरी
कश्मीर घाटी के विस्थापित लोग काफी संख्या में रिलीफ कैंपों में रह रहे हैं। यह लोग जम्मू, उधमपुर और दिल्ली में रहते हैं। आयोग ने बताया कि शिविरों में रहने वाले जम्मू-कश्मीर के लोगों को उधमपुर और जम्मू के पोलिंग सेंटर्स से जोड़ा जाएगा। जम्मू में 19 तो उधमपुर में एक स्पेशल पोलिंग बूथ है। जबकि दिल्ली में चार पोलिंग बूथ है। उन्होंने बताया कि यहां भी सामान्य रूप से जैसे वोटिंग कराई जाती है, कराई जाएगी। ईपिक या आयोग द्वारा जारी किए गए विकल्प को पहचान के रूप में दिखाना पड़ेगा।
आयोग ने कहा कि जम्मू और उधमपुर के बाहर रहने वाले प्रवासी अब राजपत्रित अधिकारी या अन्य अधिकारियों द्वारा सत्यापित करवाने के बजाय फॉर्म-एम को स्वयं प्रमाणित कर सकते हैं। यह उनके लिए है जिनको फार्म-एम भरना अनिवार्य है। सभी प्रवासी मतदाता जिन्होंने व्यक्तिगत रूप से मतदान करने का विकल्प नहीं चुना है, उनके पास डाक मतपत्रों के माध्यम से मतदान करने का विकल्प है।
90 सीटों पर तीन चरणों में वोटिंग
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। तीन चरणों में होने वाले चुनाव में पहले चरण की वोटिंग 18 सितंबर तो दूसरे फेज़ की वोटिंग 25 सितंबर और तीसरे व अंतिम चरण की वोटिंग एक अक्टूबर हो होगी। गिनती 4 अक्टूबर को होगी और कुछ ही घंटों में रिजल्ट भी सामने आ जाएगा।
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