सार

हिंदी की अनदेखी को रोकने और विश्‍व स्‍तर पर इसके व्‍यापक प्रचार के लिए हर साल 10 जनवरी को विश्‍व हिंदी दिवस (World Hindi Day) का आयोजन किया जाता है। 

नई दिल्ली। भारत की भाषा हिंदी अब केवल भारतीय नहीं रही बल्कि ग्लोबल लैग्वेज बन चुकी है। विश्व के 30 से अधिक देशों में पढ़ाई और पढ़ी जाने वाली हिंदी, दुनिया के कई देशों में बोलचाल की भी भाषा है। यही नहीं इस भाषा के 100 से अधिक विश्वविद्यालयों में स्टडी सेंटर भी खुले हैं। विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Diwas), हमारी हिंदी के प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण तारीख है। हिंदी की अनदेखी को रोकने और विश्‍व स्‍तर पर इसके व्‍यापक प्रचार के लिए हर साल 10 जनवरी को विश्‍व हिंदी दिवस (World Hindi Day) का आयोजन किया जाता है। 

आज की तारीख में विश्व की चौथे नंबर की भाषा हिंदी

विश्‍व में अंग्रेजी, मंदारिन और स्‍पेनिश के बाद हिंदी सबसे ज्‍यादा बोली जाने वाली भाषा है। यह भारत के अलावा कई अन्‍य देशों में भी व्‍यापक रूप से बोली जाती है। एक अनुमान के मुताबिक करीब 65 करोड़ लोग किसी न किसी माध्‍यम से अपने दैनिक जीवन में इस भाषा का उपयोग करते हैं। यह विश्व के 30 देशों में पढ़ी और पढ़ाई जाती है। यही नहीं दक्षिण प्रशांत महासागर क्षेत्र में फिजी (Fiji) देश है हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्‍त है। इसके अलावा हिंदी भाषा मॉरीशस, फिलीपींस, नेपाल, गुयाना, सुरिनाम, त्रिनिदाद, तिब्बत और पाकिस्तान में हिंदी को बोला और समझा जाता है।

क्यों मनाया जाता है विश्व हिंदी दिवस

विश्व हिंदी दिवस 1975 में आयोजित पहले विश्व हिंदी सम्मेलन (Vishwa Hindi Sammelan) की वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए प्रतिवर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। पहले विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) ने किया था। 1975 से विभिन्न देशों जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, मॉरीशस, त्रिनिदाद और टोबैगो ने विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया है। वहीं 10 जनवरी 2006 को पहली बार पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा विश्व हिंदी दिवस मनाया गया था और जब से इसे वैश्विक भाषा के रूप में प्रचारित करने के लिए हर साल 10 जनवरी को विशेष दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्‍य विश्व में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अन्तराष्ट्रीय भाषा (International Language) के रूप में पेश करना है। इस दिन विदेशों में भारत के दूतावास विशेष कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। सभी सरकारी कार्यालयों में विभिन्न विषयों पर हिन्दी में सेमीनार आयोजित किये जाते हैं।

हिंदी दिवस व विश्व हिंदी दिवस में क्या है अंतर?

हिंदी दिवस हर वर्ष 14 सितंबर को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 14 सितंबर 1949 को तब हुई थी, जब भारत की संविधान सभा (Constituent Assembly) ने हिंदी को भारत की अधिकारिक भाषा या राज्‍य भाषा के तौर पर अपनाया था और 1953 में राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर 14 सितंबर को हर साल हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। इसका उद्देश्‍य हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में घोषित करता है। जबकि 10 जनवरी को मनाया जाने वाला विश्व हिंदी दिवस, हिंदी भाषा पर एक शब्द सम्मेलन है। इसका उद्देश्य विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना, हिन्दी को अन्तराष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है। 

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