सार
कतर में चल रहे फीफा वर्ल्डकप कप 2022 (FIFA World Cup) को कवर करने वाले दूसरे पत्रकार की मौत हो गई है। इससे कुछ दिन पहले ही उस अमेरिकी पत्रकार (American Journalist) की मौत हो गई थी जिसे रैनबो टीशर्ट पहनने की वजह से स्टेडियम में नहीं घुसने दिया गया था।
Two Journalist Dies Covering FIFA World Cup. फीफा वर्ल्डकप 2022 कवर करने पहुंचे दो पत्रकारों की अचानक मौत ने कतर अथॉरिटिज पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पहले अर्जेंटीना बनाम नीदरलैंड के मैच के दौरान उस अमेरिकी पत्रकार की अचानक मौत हो गई थी, जिसे वर्ल्डकप की शुरूआत में रैनबो टीशर्ट पहनने की वजह से स्टेडियम में नहीं घुसने दिया गया था। अब कतर के ही फोटो जर्नलिस्ट खालिद अल-मिस्लाम की भी अचानक मौत ने फिर से कतर वर्ल्डकप को विवादों का जन्म दे दिया है।
कौन थे खालिद अल-मिस्लाम
गल्फ टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक कतर के फोटो जर्नलिस्ट खालिद की वीकेंड के दौरान अचानक ही मौत हो गई। वहीं कतर न्यूज की रिपोर्ट बताती है कि कतरी न्यूज चैनल अल कास टीवी के लिए काम करने वाले खालिद फीफा वर्ल्डकप कवर कर रहे थे। हालांकि उनकी मौत की पूरी जानकारी नहीं दी गई है। सिर्फ इतना ही कहा गया है कि पत्रकार की अचानक मौत हो गई। खालिद के लिए न्यूज आउटलेट ने लिखा है कि अल्लाह की मर्जी के आगे किसी की नहीं चलती। हम दुआ करेंगे कि उनकी सभी गलतियों को उपरवाला माफ करे और उनकी आत्मा को शांति मिले।
अमेरिकी पत्रकार की भी हुई मौत
फीफा वर्ल्डकप 2022 की शुरूआत में ही 48 वर्षीय अमेरिकी पत्रकार ग्रांट वाल को स्टेडियम में घुसने से रोक दिया गया था और उन्हें 30 मिनट तक डिटेन किया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने रैनबो टीशर्ट पहनी थी जिसे एलजीबीटीक्यू समुदाय का समर्थक समझा जाता है। ग्रांट वाल जब अर्जेंटीना बनाम नीदरलैंड के बीच चल रहे क्वार्टर फाइनल मैच को कवर कर रहे थे तो अचानक ही वे गिर पड़े और उन्हें नजदीक के हॉस्पिटल ले जाया लेकिन बचाया नहीं जा सका। यह भी क्लीयर नहीं हो पाया कि उनकी मौत हॉस्पिटल पहुंचने पर हुई थी या रास्ते में ही हो गई थी।
भाई ने लगाया कतर पर आरोप
अमेरिकी पत्रकार ग्रांट वाल की मौत के बाद उनके भाई एरिक ने कतर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं और उनका कहना है कि इस मौत में सरकार का इंवाल्वमेंट है। ग्रांट वाल ने रैनबो टीशर्ट पहनकर स्टेडियम जाने से रोके जाने पर कतर की आलोचना की थी। उन्होंने बीते शुक्रवार को भी लिखा था कि कतर सरकार और वर्ल्डकप ऑर्गनाइजर्स किसी की परवाह नहीं करते हैं। उन्होंने प्रवासी वर्कर्स की मौत को छिपाने का काम किया था।
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