सार

जानकारी के मुताबिक, शूटर सुभाष बानूड़ा जब 10वीं में पढ़ रहा था, तभी बीकानेर जेल में उसके पिता बलबीर बानूड़ा और आनंदपाल पर हमला हुआ था। इस हमले में बलबीर की मौत हो गई थी। उस वक्त सुभाष महज 14 साल का था और फिर उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा।

चंडीगढ़ : पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) मर्डर केस में पुलिस ने उन 8 शार्प शूटर्स की पहचान कर ली है, जिन्होंने मूसेवाला पर गोलियां बरसाई थी। इन सभी शूटर्स का कनेक्शन लॉरेंस गैंग से है। ये पंजाब (Punjab), हरियाणा (Haryana), राजस्थान (Rajasthan) और महाराष्ट्र (Maharashtra) के रहने वाले हैं। हालांकि पंजाब पुलिस को अभी सिर्फ शक है कि मूसेवाला को मारने के पीछे इन्हीं शूटर्स का हाथ था। इस पहचान के खुलासे के बाद पंजाब के अलावा बाकी तीनों राज्यों की पुलिस भी इनके पीछे पड़ गई हैं।

कौन हैं ये 8 शूटर
पुलिस ने जिन शूटर्स की पहचान की है। उनमें सौरभ, सुभाष बानूड़ा , संतोष यादव, मनजीत सिंह, प्रियव्रत फौजी, जगरूप सिंह रूपा, हरकमल और मनप्रीत सिंह शामिल हैं। हरकमल, रूपा और मनप्रीत पंजाब के ही रहने वाले हैं। जबकि सुभाष बानूड़ा राजस्थान के सीकर का। सुभाष बानूड़ा राजस्थान के कुख्यात डॉन आनंदपाल के जिगरी दोस्त गैंगस्टर बलवीर बानूड़ा का बेटा है। 
पुलिस इन तक हथियार और गाड़ियां पहुंचाने वाले। इनके ठहरने की व्यवस्था करने वालों और रेकी में मदद करने वालों की भी तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार मूसेवाला की हत्या के तीन दिन पहले सभी शूटर्स कोटकपूरा हाइवे पर जुटे थे। इसके बाद की लोकेशन पुलिस ट्रेस करने लगी हुई है।

दो गैंगस्टर की पहचान गुप्त
पंजाब पुलिस की हिटलिस्ट में 10 गैंगेस्टर हैं। दो अन्य की पहचान भी पुलिस ने कर ली है लेकिन किसी कारण से उनकी पहचान को गुप्त रखा गया है। पुलिस ने अपनी जांच में पाया है कि मूसेवाला की हत्या करने वाले ये शूटर्स यूपी और नेपाल में छिपे हो सकते हैं। उत्तर-प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पुलिस नजर गड़ाए हुए है। दूसरी तरफ नेपाल में दिल्ली पुलिस की टीम ने भी इनकी तलाश में दबिश दी है। 

राजस्थान से आए हथियार और वहीं की बोलेरो
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली पुलिस की पूछताछ में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) ने बताया कि मूसेवाला की हत्या के लिए जिन हथियारों का इस्तेमाल किया गया, वे राजस्थान से मंगाई गई थी। जोधपुर से हथियार लेकर बदमाश विजय, राका और रणजीत पहुंचे थे। हत्या में शामिल बोलेरो भी राजस्थान की ही थी। यह बोलेरो बदमाश नसीब खान लाया था। फतेहाबाद में उसने चरणजीत को गाड़ी दी। इसी बोलेरो से मूसेवाला की रेकी की गई।

29 मई को मूसेवाला की हत्या
बता दें कि29 मई रविवार शाम साढ़े 5 बजे मूसेवाला पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी गई थी। मूसेवाला को मानसा के गांव जवाहरके में मारा गया। गोलियां लगने के 15 मिनट के अंदर पंजाबी सिंगर की मौत हो गई थी। वे घर से निकले थे, तभी से बोलेरो और कोरोला गाड़ी से उनकी थार जीप का पीछा किया गया और फिर रोककर उन पर कई राउंड फायर किए गए।

इसे भी पढ़ें
'दिल्ली के दाऊद' के बाद अब गैंगस्टर भूप्पी राणा का ऐलान, सिद्धू मूसेवाला का कातिल कहीं भी हो छोड़ेंगे नहीं

मूसेवाला मर्डर के बाद खौफ में लॉरेंस बिश्नोई : पुलिस रिमांड पर पंजाब नहीं आना चाहता गैंगेस्टर, जानिए क्यों डरा