सार
राजस्थान के अजमेर जिले से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। जहां बेटी के प्रेमी को पिता-भाई ने मौत के घाट उतार दिया और शव बीच सड़क पर फेंक दिया। घटना की जानकारी से इलाके में हड़कंप का माहौल पैदा हो गया। आरोपियों ने अपनी बेटी के साथ उसे आपत्तिजनक हालत में देख लिया था।
अजमेर (राजस्थान). अजमेर में 22 साल के पिंटू की मौत का खुलासा हो गया है। पिंटू की मौत के मामले में पुलिस ने पिता-पुत्र समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया है। इन तीनों ने बेहद दर्दनाक तरीके से पिंटू को मौत दी थी। उसका कसूर सिर्फ इतना था कि वह गुपचुप अपनी प्रेमिका से मिलने उसके घर चला गया था। वहां पर प्रेमिका के पिता और भाई ने उसे आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। उसके बाद पिंटू को इतनी यातनाएं दी गई कि लाश की हालत देखकर पुलिस वालों के भी छक्के छूट गए।
इलाज के दौरान युवक की टूट गईं सांसे
पूरे घटना की जांच कर रही नसीराबाद पुलिस ने बताया कि सोमवार रात पिंटू नाम का एक लड़का लगभग अचेत हालत में मिला था। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया , वहां पर हालत गंभीर होने के कारण उसे अजमेर जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया था। लेकिन वहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई थी।
बीच चौराहे पर खून से लथपथ पड़ी थी लाश...
पिंटू के ताऊ शैतान सिंह ने पुलिस को बताया कि पिंटू सोमवार को जागरण में जाने के लिए घर से निकला था । काफी देर तक जब वह घर नहीं आया तो उसे फोन किया। पता चला उसका फोन स्विच ऑफ था । रात करीब 2:30 बजे उसका फोन ऑन हुआ और उसने बताया कि वह बहुत बुरी हालत में गांव के पास ही एक घर के बाहर पड़ा है । उसके बाद वह अचेत हो गया । परिवार के लोग वहां पहुंचे और पुलिस को वहां बुलाया गया।
तीनों ने कबूला अपना खौफनाक जुर्म
उसके बाद पुलिस ने और परिवार के लोगों ने मिलकर पिंटू को अस्पताल में भर्ती कराया था। पिंटू के परिवार ने मंगलवार को हत्या का मामला दर्ज कराया था। हत्या में गिरधारी जाट और उसके परिवार के ऊपर आरोप लगाए गए थे। पुलिस ने अगले ही दिन बुधवार दोपहर में गिरधारी जाट , उसके छोटे भाई प्रधान जाट और गिरधारी के बेटे सुरेंद्र को हिरासत में ले लिया । तीनों से पूछताछ की गई तो तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया । तीनों को आज कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है ।
हाथ-पैर तोड़े, पूरे शरीर में गर्म शरीर से दागा...मुंह में कपड़ा ठूंसा-ताकी चीख ना आए
नसीराबाद पुलिस ने बताया कि पिंटू जागरण के नाम पर गिरधारी की बेटी से मिलने के लिए देर रात उसके घर चला गया था । वह दीवार कूदकर घर में घुसा था और उसके बाद बेटी के कमरे में चला गया था । गिरधारी को आवाज आई तो गिरधारी ने अपने बेटे सुरेंद्र को बेटी का कमरा जांचने के लिए भेजा। वहां पर पिंटू और गिरधारी की बेटी आपत्तिजनक हालत में मिले । इसकी सूचना जैसे ही गिरधारी लाल को मिली तो गिरधारी ने अपने भाई प्रधान और बेटे सुरेंद्र के साथ मिलकर पिंटू को बुरी तरह मारा। उसके हाथ पैर तोड़ दिए और जगह-जगह उसे गर्म शरीर से दाग दिया। उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया ताकि वह आवाज नहीं कर सके। बाद में उसे सड़क किनारे फेंक दिया गया। इस हत्याकांड के बाद आप एक साथ दो परिवार उजड़ गए है।