सार

राजस्थान में राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव शाम पांच बजे बंद हो गए। प्रदेश में 200 में से कुल 198 विधायकों ने वोट दिए। मत पेटियों को सील बंद कर एयरप्लेन से दिल्ली भेजा जाएगा। इस चुनाव के रिजल्ट 21 जुलाई  के दिन घोषित किए जाएंगे।
 

जयपुर. राजस्थान में सोमवार, 18 जुलाई के दिन देश के  15वें होने वाले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए विधानसभा में मतदान पूरे हो चुके हैं। सवेरे 10 बजे से मतदान शुरू हुआ जो शाम 5 बजे तक चले। शाम तक 198 विधायक​ अपना वोट डाल चुके थे। बीटीपी विधायक राजकुमार रोत और कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा वोट देने अब तक नहीं आए थे। इनमें से विधायक रोत किसी निजी कारणों से और भंवरलाल शर्मा अस्वस्थता के कारण वोट देने नहीं आना बताए गए है। मतदान के बाद मतपेटी को कड़ी सुरक्षा के बीच हवाई जहाज से दिल्ली में संसद भवन भेज दिया जाएगा। यह फ्लाइट रात में 9 बजे के आसपास रवाना होगी। मतपेटी को संसद भवन के स्ट्रांग रूम में ऱखवाया जाएगा।  21 जुलाई को मतगणना के बाद नतीजा घोषित कर दिया जाएगा। भाजपा से निलंबित विधायक शोभारानी शाम करीब सवा चार बजे विधानसभा आई। उन्हें सरकारी मुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी गेट तक लेने गए। वोट डालने के बाद वो उन्हे वापस गेट तक छोड़ने के लिए गए। राजनीतिक गलियारों में इसके कुछ अलग ही मतलब निकाले जा रहे है।

सीएम अशोक गहलोत ने डाला पहले वोट
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी चार मतदान अधिकारियों, दो सहायक रिटर्निंग अधिकारियों और भारत के चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त सुपरवाइज़रों की उपस्थिति में विधानसभा परिसर में वोट डालने वाले शुरुआती लोगों में शामिल थे।

द्रोपद्री मूर्म के सामने यूपीए के यशवंत सिन्हा 

राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रोपद्री मूर्म के सामने यूपीए के यशवंत सिन्हा मैदान में है। बीजेपी के विधायक एनडीए उम्मीदवार को वोट डाल चुके हैं वहीं कांग्रेस और अधिकांश निर्दलीय विधायकों ने सिन्हा को अपना वोट दिया है। राजस्थान में दो सौ विधायक है। राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय और अन्य दल मिलाकर 126 वोट का समर्थन कांग्रेस को मिला था। इस बार इसमें फेरबदल होने की संभावना है। वहीं भाजपा के 71 और रालोपा के तीन विधायक है।

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