सार

पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होते ही राजस्थान में दिखा नौतपा का असर, जिलों में तापमान बढ़ना शुरू। लोगों को 15 दिन और करना होगा मानसून का इंतजार, जून के दूसरे सप्ताह देगा प्रदेश में दस्तक

सीकर (sikar). पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) का असर खत्म होते ही प्रदेश में नौतपा की तपन शुरू हो गई है। अपने आखिरी दिनो में नौतपा ने प्रदेश की भीषण गर्मी की चपेट में लेना शुरू कर दिया है। आलम ये है कि महज चार दिन में ही प्रदेश के अलग अलग जिलों में तापमान में 5 से 10 डिग्री तक की बढ़त दर्ज हुई है। आने वाले दिनों में तापमान और भी बढ़ने की आशंका है। धूप के साथ बढ़ती गर्मी प्रदेश को झुलसाएगी। वहीं मौसम विभाग के अनुसार लू भी वापस लौटेगी। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार आगामी तीन से चार दिन प्रदेश में मौसम बिल्कुल शुष्क रहेगा। मानसून की बात करें तो प्रदेश में यह जून के दूसरे सप्ताह में आने की संभावना है।

इन जिलों में चलेगी तेज हवाएं

जयपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मंगलवार को प्रदेश के पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर व जोधपुर संभाग में तेज हवाएं चल सकती है। इस दौरान बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू के अलावा जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर जिलों में कहीं-कहीं 30 से 40 किमी गति की हवाएं चलने की संभावना है। वहीं, तापमान में भी बढ़ोत्तरी दर्ज हो सकती है।

जून के दूसरे सप्ताह में आ सकता है मानसून

इधर, मौसम वैज्ञानिकों ने प्रदेश में जून के दूसरे सप्ताह में मानसून की आने की संभावना जताई है। मौसम रिपोर्ट के अनुसार केरल तट पर मानसून के प्रवेश के बाद प्रदेश में मानसून का प्रवेश जून के दूसरे सप्ताह हो सकता है। हालांकि ये पूरी तरह मानसूनी हवाओं की गति पर निर्भर होगा। अगर हवाओं की गति तेज हुई तो मानसून जल्दी भी आ सकता है। 

सबसे गर्म रहा करौली

इस बीच प्रदेश में करौली एक बार फिर सबसे गर्म रहा। करौली का अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री दर्ज हुआ। इसके बाद अलवर का 44.8, चूरू का 43.8, हनुमानगढ का 43.6,चित्तौड का 42.1, पिलानी का 43.5,वनस्थली का 43.6, जयपुर का 43.2,बीकानेर का 43.6,धौलपुर का 44.7, बारां का 44, भीलवाडा का 42.2 तथा वनस्थली का पारा 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

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