जीवन को सुखद और सफल बनाने के लिए कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है। यदी मनुष्य अनजाने में ही कोई ऐसा काम कर जाए, जो उसे नहीं करना चाहिए तो उसे उसका फल भोगना ही पड़ता है।
हिंदू पूजा में नारियल का विशेष महत्व है। कोई भी पूजा बिना नारियल के पूरी नहीं मानी जाती। ज्योतिष शास्त्र में नारियल के भी कई प्रकार बताए गए हैं, एकाक्षी नारियल भी उन्हीं में से एक है। इस नारियल को देवी लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है।
कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 14 नवंबर, शनिवार को है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, ये दिन लक्ष्मी कृपा पाने के लिए बहुत ही शुभ है, क्योंकि इस दिन किए गए उपाय, टोटके आदि का संपूर्ण फल प्राप्त होता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक कृष्ण अष्टमी को अहोई अष्टमी का व्रत किया जाता है। इस बार ये व्रत 8 नवंबर, रविवार को है। इस दिन महिलाएं अपने पुत्र की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और शाम को पूजन करने के बाद ही भोजन करती हैं। इस व्रत की विधि इस प्रकार है-
इस बार 7 नवंबर को पूरे दिन पुष्य नक्षत्र रहेगा। ज्योतिर्विज्ञान में बताए गए 27 नक्षत्रों में 8वें नंबर पर पुष्य नक्षत्र आता है। शास्त्रों के मुताबिक चूंकि पुष्य नक्षत्र स्थायी होता है और इसीलिए इस नक्षत्र में खरीदी गई कोई भी वस्तु स्थायी तौर पर सुख समृद्धि देती है।
ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र का विशेष महत्व बताया गया है। इस बार 7 नवंबर, शनिवार को पुष्य नक्षत्र होने से शनि पुष्य का शुभ योग बन रहा है। इस शुभ योग में किए गए दान, पूजा व उपाय आदि का जल्दी ही शुभ फल मिलता है।
इस बार 7 नवंबर को शनि पुष्य का शुभ संयोग बन रहा है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इस नक्षत्र में किए गया कोई भी उपाय बहुत ही जल्दी शुभ फल प्रदान करता है।
इस बार 14 नवंबर, शनिवार को देवी लक्ष्मी को मनाने का महापर्व दीपावली है। इस दिन देवी लक्ष्मी को मनाने के लिए विशेष पूजा की जाती है। मान्यता है कि जिन घरों में इस दिन सही तरीके से पूजा-पाठ कर लिया जाता है, वहां महालक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी का पर्व मनाया जाता है। यह तिथि भगवान शिव के बड़े पुत्र कार्तिकेय को समर्पित है, मान्यता है कि इस दिन व्रत व पूजा करने से उत्तम संतान की प्राप्ति होती है।
इस बार 1 नवंबर से कार्तिक मास शुरू हो चुका है। धर्म ग्रंथों में इस महीने का विशेष महत्व बताया गया है। कार्तिक माह में सुबह जल्दी उठकर ध्यान करने से मन शांत रहता है और मानसिक तनाव दूर होता है। ये माह मंत्र जाप, ध्यान और खान-पान की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है।