सार
Hanuman Ashtami 2024 Kab Hai: इस बार साल 2024 में हनुमान अष्टमी का पर्व 2 बार मनाया जाएगा। ऐसा एक साल में 2 बार पौष मास होने के कारण होगा। सालों में 1 बार ऐसा दुर्लभ संयोग बनता है।
Hanuman Ashtami 2024 kab Hai: क्या कोई त्योहार एक साल में 2 बार मनाया जा सकता है तो आपका जवाब होगा नहीं। लेकिन इस बार ऐसा होने जा रहा है क्योंकि साल 2024 में 2 बार हनुमान अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। जनवरी 2024 में भी हनुमान अष्टमी पर्व मनाया गया था और अब दिसंबर के अंतिम सप्ताह में ये पर्व दोबारा मनाया जाएगा। आगे जानिए ऐसा क्यों होगा…
साल 2024 में कब-कब है हनुमान अष्टमी?
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल पौष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हनुमान अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। साल 2024 में हनुमान अष्टमी का पर्व 4 जनवरी, गुरुवार को मनाया गया था। इसी साल 23 दिसंबर, सोमवार को भी दोबारा हनुमान अष्टमी पर्व का संयोग बन रहा है। इसके पीछे का कारण सौर मास के दिनों में 10 दिनों का अंतर आना है।
यहां जानिए पूरा गणित
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्रमा 27 से 28 दिन में पृथ्वी का एक चक्कर लगाता है, इसे चंद्र मास कहते हैं। इस तरह चंद्रमा 355 दिनों में पृथ्वी के 12 चक्कर लगाता है। इसे एक चंद्र वर्ष कहते हैं। हिंदुओं के अधिकांश तीज-त्योहार चंद्र वर्ष को देखकर ही मनाए जाते हैं। जबकि अंग्रेजी कैलेंडर 365 दिनों का होता है। इस तरह हर चंद्र वर्ष में अंग्रेजी कैलेंडर से 10 दिन कम हो जाते हैं। इस बार भी ऐसा ही हुआ है। पिछली बार हनुमान अष्टमी का पर्व 4 जनवरी को मनाया जाता है। इनमें से चंद्र वर्ष 10 दिन पीछे खिसक गया, जिसके चलते 23 दिसंबर को एक बार फिर हनुमान अष्टमी का संयोग बन रहा है।
क्यों मनाते हैं हनुमान अष्टमी?
हनुमान अष्टमी का पर्व मध्य प्रदेश के उज्जैन, इंदौर और इसके आस-पास के क्षेत्रों में मुख्य रूप से मनाया जाता है। मान्यता के अनुसार, जब अहिरावण भगवान श्रीराम और लक्ष्मण को अपने साथ पाताल लोक ले गया था तब उन्हें छुड़ाने के लिए हनुमानजी भी पाताल गए। वहां उन्होंने अहिरावण का वध किया और श्रीराम-लक्ष्मण को पृथ्वी पर लेकर आए। इसके बाद हनुमानजी ने पृथ्वी के नाभि केंद्र उज्जैन में कुछ समय आराम किया। उसी विजय की खुशी में उज्जैन व इसके आस-पास के क्षेत्रों में हनुमान अष्टमी का पर्व मनाया जाता है।
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