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Father's day special: पापा-बेटों की इन 8 जोड़ियों ने क्रिकेट वर्ल्ड में मचाया कोहराम, एक तो पिता को पीछे छोड़ बन गया सिक्सर किंग
स्पोर्ट्स डेस्क: भारतीय क्रिकेट टीम में कई ऐसे पापा और बेटों की जोड़ी है, जिन्होंने इंडियन क्रिकेट में अपना बेहतरीन योगदान दिया। फादर्स डे के मौके पर आइए हम आपको मिलवाते हैं भारतीय टीम के 8 पापा और बेटों की जोड़ी से...
| Published : Jun 17 2023, 08:52 AM IST / Updated: Jun 17 2023, 08:53 AM IST
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इफ्तिखार अली खान पटौदी- मंसूर अली खान पटौदी
इफ्तिखार अली खान पटौदी और मंसूर अली खान पटौदी दोनों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया। इफ्तिखार एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने इंग्लैंड और भारत दोनों के लिए क्रिकेट खेला है। उनके बेटे एमएके पटौदी ने भी भारत की कप्तानी की। उन्होंने 46 टेस्ट मैचों में 2793 रन बनाए।
कृष्णमाचारी श्रीकांत - अनिरुद्ध श्रीकांत
कृष्णमाचारी श्रीकांत उर्फ चीका एक समय भारत के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज थे। वह 1983 विश्व कप जीत का भी हिस्सा थे। उन्होंने भारत के लिए 1981-1992 तक 43 टेस्ट 146 वनडे मैच खेलें। उनके बेटे अनिरुद्ध श्रीकांत ने 16 साल की उम्र में प्रथम श्रेणी क्रिकेट से शुरुआत की। उन्होंने 2008-2014 तक चेन्नई सुपर किंग्स के लिए 20 मैच भी खेले।
लाला अमरनाथ-मोहिंदर अमरनाथ
अमरनाथ परिवार ने भारतीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा क्रिकेटर दिए। मोहिंदर, राजिंदर और सुरिंदर के पिता लाला अमरनाथ ने भारत के लिए 24 टेस्ट खेलें। टेस्ट शतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज रहे। उनके बेटे सुरिंदर ने देश के लिए छह एकदिवसीय और दस टेस्ट मैच खेले, और राजिंदर ने 36 प्रथम श्रेणी मैच खेले। वहीं, मोहिंदर अमरनाथ न केवल भारत की 1983 विश्व कप जीत का हिस्सा थे, बल्कि भारत के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक थे।
रोजर बिन्नी-स्टुअर्ट बिन्नी
रोजर बिन्नी 1983 क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे और उन्होंने इसमें सबसे ज्यादा 18 विकेट अपने नाम किए थे। रोजर भारत के लिए खेलने वाले पहले एंग्लो क्रिकेटर थे। वहीं, उनके बेटे स्टुअर्ट बिन्नी ने भारत के लिए 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे मैच में डेब्यू किया और 6 टेस्ट, 14 वनडे और 3 टी20 मैच खेले। 2021 में उन्होंने संन्यास भी ले लिया।
सुनील गावस्कर और रोहन गावस्कर
सुनील गावस्कर भारतीय टीम और 1983 विश्व कप जीत के एक महान खिलाड़ी रहे हैं। वहीं, उनके बेटे रोहन गावस्कर बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। उन्होंने 18 जनवरी 2004 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू किया, लेकिन उनका क्रिकेट करियर अपने पिता जैसा नहीं रहा। उन्होंने भारत के लिए कुल 11 वनडे मैचों में 151 रन और 1 विकेट लिया।
विजय मांजरेकर-संजय मांजरेकर
भारतीय क्रिकेट में पिता-पुत्र की जोड़ी का एक और उदाहरण विजय और संजय मांजरेकर हैं। मांजरेकर सीनियर अपने दौर के सबसे सफल भारतीय बल्लेबाजों में से एक थे, जो 1950 से लेकर 1960 के तक भारतीय टीम का हिस्सा था, वह तेज गेंदबाजी भी करते थे और उन्होंने भारत के लिए 55 टेस्ट खेले और सात शतक बनाए। वहीं, उनके बेटे संजय मांजरेकर ने विश्व कप सहित 37 टेस्ट और 74 एकदिवसीय मैच खेलें।
युवराज सिंह-योगराज सिंह
युवराज सिंह सबसे बड़े मैच विजेताओं में से एक हैं, जिन्हें भारत के लिए 2007 के टी20 विश्व कप और 2011 के वनडे विश्व कप में शानदार योगदान दिया था। वहीं, उनके पिता योगराज सिंह एक तेज गेंदबाज थे, जिन्होंने छह एकदिवसीय और एक टेस्ट में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
सचिन तेंदुलकर - अर्जुन तेंदुलकर
इस लिस्ट में एक नया नाम सचिन तेंदुलकर और उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर का भी जुड़ गया है। उनके पिता को तो गॉड ऑफ क्रिकेट कहा जाता है। वहीं, अर्जुन तेंदुलकर एक बाएं हाथ के गेंदबाज और बल्लेबाज भी हैं। उन्होंने इसी साल आईपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए डेब्यू किया और चार मैचों में 3 विकेट अपने नाम किए।
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