सार
टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर को भारतीय पुरूष क्रिकेट टीम का मुख्य चयनकर्ता नियुक्त किया गया है। अगरकर के सामने इस कई चुनौतियां हैं। अब देखना है कि कैसे यह पूर्व तेज गेंदबाज चुनौतियों को क्लीन बोल्ड करते है?
Ajit Agarkar Tough Calls. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सेलेक्शन कमेटी के चीफ पद पर अजीत अगरकर की ताजपोशी तो कर दी है लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो यह उनके लिए कांटो भरा ताज है। पूर्व तेज गेंदबाज अजित अगरकर ने विपक्षी बल्लेबाजों को तो क्लीन बोल्ड किया है लेकिन क्या वे अपने नए रोल में चुनौतियों को क्लीन बोल्ड कर पाएंगे? आइए जानते हैं अगरकर के सामने कौन सी चुनौतियां हैं।
सीनियर्स को कैसे संभालेंगे अगरकर
भारत के पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा का कहना है कि अजीत अगरकर के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि वे टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ी रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल के टी20 भविष्य पर फैसला करें। हालांकि तीनों खिलाड़ी फिलहाल टी20 टीम का हिस्सा नहीं हैं लेकिन फाइनल डिसीजन अभी तक नहीं लिया गया है। ऐसा ही कुछ वनडे क्रिकेट टीम के लिए करना पड़ेगा। रोहित और विराट जहां इस वक्त वेस्टइंडीज के दौरे पर हैं, वहीं केएल राहुल बेंगलुरू के राष्ट्रीय क्रिकेट एकेडमी में घुटने की चोट की वजह से रिहैब कर रहे हैं।
क्या हैं अजीत अगर के सामने 5 बड़ी चुनौतियां
- सीनियर खिलाड़ियों को चरणबद्ध तरीके से बाहर करना
- सीनियर्स को बाहर करने का क्या तरीका अपनाएंगे
- कैसे बड़े खिलाड़ियों से बातचीत कर रास्ता निकालेंगे
- टीम इंडिया को यंग-एक्सपीरियंस बनाने का फार्मूला क्या होगा
- सीनियर्स को बाहर करने की टाइमिंग-प्लानिंग क्या होगी
वनडे वर्ल्डकप 2023 के बाद कैसी होगी टीम इंडिया
पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने कहा कि चयनकर्ता के तौर पर अगरकर को कठिन फैसले लेने होंगे। ईमानदारी से कहूं तो। मैं ऐसा क्यों कह रहा हूं? 2023 के बाद कप्तान के रूप में रोहित शर्मा की क्या भूमिका रहेगी? टी20 खिलाड़ियों के तौर पर पिछले चयनकर्ताओं ने रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल को चुना था। लेकिन आप क्या करते हैं, यह देखना होगा। आकाश चोपड़ा ने यह बातें अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए वीडियो में कही है। चोपड़ा ने सुझाव दिया कि बदलाव के लिए पूरी प्लानिंग तैयार करनी होगी।
कड़े फैसले लिए तो अगरकर का क्या होगा
आकाश चोपड़ा ने अजीत अगरकर की चुनौतियों को बड़ा बताते हुए कहा कि कठिन फैसले लिए तो उन्हें इस्तीफा भी देना पड़ सकता है। लेकिन उन्हें अपने साथियों से बहुत सम्मान मिलता है और वे कठिन फैसले ले सकते हैं। अजीत जब मुंबई के चयनकर्ता थे, तो ऐसा ही कुछ हुआ था और उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। पर इस बार परिस्थितियां फेवर में है और वे टीम इंडिया के हित में बेहतर कदम उठा सकते हैं।
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