सार
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर 50 साल (Sachin Tendulkars 50th Birthday) के हो गए हैं और उनका क्रिकेट करियर 24 साल से भी ज्यादा लंबा रहा। इस दौरान सचिन की ऐतिहासिक पारियां खेली।
Sachin Tendulkar's Great Innings. क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर 50 साल (Sachin Tendulkars 50th Birthday) के हो गए हैं और उनका क्रिकेट करियर 24 साल से भी ज्यादा लंबा रहा। इस दौरान सचिन की ऐतिहासिक पारियां खेली। आइए जानते हैं सचिन तेंदुलकर वह 10 बड़ी पारियां जिसे पूरी दुनिया सलाम करती है।
2010 में ग्वालियर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 200 रन
वनडे क्रिकेट में 200 रन बनाने के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था। सचिन से पहले विवियन रिचर्ड्स ने 189 रन, सईद अनवर ने 194 रन और चार्ल्स कावेंट्री ने 194 रन जरूर बनाए थे लेकिन 200 का आंकड़ा छूने वाले सचिन पहले इंसान बने। वनडे क्रिकेट के 40 साल के इतिहास में सचिन ने यह कमाल 2010 में किया। तब साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने नाबाद 200 रन बना दिए।
2003 में पाकिस्तान के खिलाफ सेंचुरियन में 98 रनों की पारी
2003 के वर्ल्ड कप में सईद अनवर ने भारत के खिलाफ शतक लगाया और कुल 273 रनों का स्कोर खड़ा किया। तब पाकिस्तान में वसीम अकरम, वकार युनूस, शोएब अख्तर जैसे तेज गेंदबाज थे। वकार ने पहली दो गेंद पर भारत के 2 विकेट चटकाकर बड़ा झटका दिया लेकिन सचिन को रोकना मुश्किल था। सचिन ने इन गेंदबाजों के सामने 98 रन ठोंक डाले और भारत को मैच जिता दिया। कहा जाता है कि इस मैच के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ी कई दिनों तक नहीं सो पाए।
2004 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 241 रन
यह स्टीव वॉ का आखिरी टेस्ट मैच था लेकिन सचिन मानों यह तय कर चुके थे कि उन्हें ड्रॉ टेस्ट के साथ ही विदाई दी जाए। भारत ने पहले बैटिंक का फैसला किया और सचिन जब क्रीज पर पहुंचे तो 2 विकेट पर 128 रन बने थे। वहीं सचिन तब तक क्रीज पर रहे जब भारत ने 705 रनों 7 विकेट पर पारी घोषित की।
2010-11 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 146 रन
दुनिया के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों से सजी साउथ अफ्रीका की टीम किसी भी टीम को डरा सकती थी। उस गेंदबाज आक्रमण के सामने सचिन तेंदुलकर ने शानदार बल्लेबाजी की और 146 रन बनाए। भारत को जीत के लिए 387 रनों की दरकार थी और अफ्रीकी गेंदबाज हर हाल में जीतना चाहते थे। तभी सचिन ने कमाल की पारी खेली।
2007-8 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 117 रन
2007-08 में सचिन तेंदुलकर ने फिर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी और नाबाद 117 रनों की पारी खेलकर भारत की जीत दिलाई। वहीं उसी साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैच में जब भारतीय टीम 87 रनों पर 3 विकेट गंवाकर मुश्किल में फंसी थी, तब सचिन तेंदुलकर ने शानदार शतक लगाकर भारत को मैच में आगे कर दिया।
1998-99 में पाकिस्तान के खिलाफ 136 रन
यह मैच पाकिस्तानी फैंस को कभी नहीं भूलेगा क्योंकि पाकिस्तान लगभग यह मैच जीतने की स्थिति में पहुंच चुका था। भारत को जीत के लिए 271 रन चाहिए थे और टीम इंडिया 82 रनों पर 5 विकेट गंवाकर मैच हारने के कगार पर पहुंच चुकी थी। तब सचिन तेंदुलकर को नयन मोंगिया के रूप में एक सहयोगी मिला और सचिन ने भारत को ऐतिहासिक जीत दिला दी।
2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 117 रनों की पारी
सचिन ने डेब्यू के करीब 1 दशक बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच में शतक जड़ा। तब सचिन ने 117 रनों की पारी खेलकर भारत कैरिबियाई धरती पर जीत दिलाई थी। उस मैच में वीवीएस लक्ष्मण ने भी बड़ी और बेहतरीन पारी खेली थी।
2004 में पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 194 रन
जब भी पाकिस्तान से मैच होता था तो सचिन तेंदुलकर अलग ही जोश में नजर आते थे। यह दौर 2004 का था और मुल्तान टेस्ट मैच में दिग्गज खिलाड़ी ने ऐतिहासिक पारी खेली। पाकिस्तान ने 161 ओवर बल्लेबाजी की और 675 रन बनाए लेकिन सचिन की नाबाद 194 रनों की पारी ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया।
1990 में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 119 रनों की पारी
1990 के ओल्ड ट्रेफर्ड टेस्ट में इंग्लैंड ने पहले 519 रन बनाए फिर भारत ने 432 रनों से जवाब दिया। दूसरी पारी 407 रनों तक पहुंची और भारत को जीत के लिए 408 रन चाहिए। तब 17 साल के सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 119 रनों की पारी खेली और भारत का स्कोर 343 तक पहुंचा दिया। यह मैच ड्रॉ हुआ था।
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