सार
बिहार में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में डिप्टी सीएम और वित्तमंत्री सम्राट चौधरी ने 2 लाख 78 हजार करोड़ का बजट पेश किया है।
पटना. बिहार में डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने साल 2024.25 का बजट पेश कर दिया है। 2 लाख 78 हजार करोड़ के इस बजट में महिलाओं से लेकर युवाओं तक सभी का ध्यान रखा गया है। लोकसभा चुनाव से पहले घोषित हुए इस बजट से सभी वर्ग को कुछ न कुछ मिला है। बजट के दौरान काफी हंगामा भी हुआ। इस दौरान विपक्ष के विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे थे।
विकास पर खर्च होगी 63 प्रतिशत बजट की राशि
वित्तमंत्री सम्राट चौधरी द्वारा पहली बार पेश किए गए बजट में करीब 35 मिनट तक भाषण पढ़ा। जिसमें बताया कि बजट की 63 प्रतिशत राशि विकास की मद पर खर्च की जाएगी। कुल बजट का 30 प्रतिशत विकास और अनुदान में खर्च किया जाएगा। सामाजिक सेवाओं में 38 प्रतिशत पैसा खर्च किया जाएगा। वहीं आर्थिक सेवाओं में 22.68 फीसदी पैसा खर्च किया जाएगा।
वित्त मंत्री ने बजट भाषण के दौरान कहा
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करा रहे हैं।
बिहार में गरीबी दर में 8 फीसदी से ज्यादा गिरावट हुई है।
2 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर निकले हैं।
देश में पहली बार बिहार में जातीय गणना हुई।
दिव्यांग जन को 4% शैक्षणिक आरक्षण है।
कृषि के क्षेत्र में रिकॉर्ड उत्पादन का लक्ष्य रखा गया।
बिहार में चतुर्थ कृषि रोड मैप लागू किया गया।
बिहार में निवेश लाने की कोशिश जारी है।
94 लाख परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं।
अधिकतम दो लाख रुपये अनुदान देने का फैसला लिया गया है।
स्वरोजगार के माध्यम से लोगों को समृद्ध करेंगे।
बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर है।
पर्यटन पर निवेश पर सब्सिडी देने का फैसला लिया गया है।
आईटी क्षेत्र में रोजगार बढ़ाने की कोशिश की गयी है।
विकास के लिए सरकार प्रोत्साहन राशि देगी।
इलेक्ट्रिक व्हिकल पॉलिसी लागू की।
सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दे रहे हैं।
स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से चल रहा है।
बजट में वित्तीय संतुलन का पूरा ध्यान रखा गया है।
सात निश्चय 1 और 2 पूरे राज्य में लागू है।
सात निश्चय- 2 के लिए 5 हजार 40 करोड़, स्टूडेंड क्रेडिट कार्ड के लिए 700 करोड़ की राशि दी जाएगी।