सार
भारत मौसम विभाग(IMD) और स्काईमेट वेदर के अनुसार, आजकल में राजस्थान, दक्षिण कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और पश्चिमी हिमालय के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पश्चिमी हिमालय के ऊपरी इलाकों में छिटपुट हिमपात संभव है।
नई दिल्ली. भारत मौसम विभाग(IMD) और स्काईमेट वेदर के अनुसार, आजकल में राजस्थान, दक्षिण कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और पश्चिमी हिमालय के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। पश्चिमी हिमालय के ऊपरी इलाकों में छिटपुट हिमपात संभव है। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश, सिक्किम, उत्तर पूर्व भारत और लक्षद्वीप के पश्चिमी हिस्सों में हल्की बारिश संभव है। दिल्ली और आसपास भी बारिश संभव है। (तस्वीर दिल्ली की है)
उत्तर पश्चिमी भारत में मौसम की गतिविधियां
1 जून तक उत्तर पश्चिम भारत में गरज, बिजली और कभी-कभार तेज हवाएं/तूफान (40-50 से 60 किमी प्रति घंटे) के साथ हल्की/मध्यम छिटपुट से व्यापक वर्षा होने की संभावना है और उसके बाद इसमें कमी आएगी।
31 मई-1 जून के दौरान हिमाचल प्रदेश के छिटपुट स्थानों पर और 31 मई-2 जून के दौरान उत्तराखंड में ओलावृष्टि की संभावना है।
31 मई-2 जून मील के दौरान उत्तराखंड के अलग-अलग स्थानों पर गरज/तेज हवा की गति 60-70 किमी प्रति घंटे की संभावना।
31 मई को राजस्थान में गरज/धूल भरी आंधी/तेज हवा की गति 50-60 किमी प्रति घंटा होने की संभावना है।
31 मई को जम्मू-कश्मीर के छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
दक्षिण भारत में मौसमी गतिविधियां
अगले पांच दिनों के दौराना केरल में गरज/बिजली/तेज हवाओं के साथ हल्की/मध्यम व्यापक वर्षा होने की संभावना है। लक्षद्वीप और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में छिटपुट बारिश। 31 मई से 4 जून के मध्य तक तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
भारत में अधिकतम तापमान का पूर्वानुमान और लू की चेतावनी
अगले 2 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होने और उसके बाद 2-4 डिग्री सेल्सियस बढ़ने की संभावना है।
मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होने की संभावना है और इसके बाद 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है।
अगले 3 दिनों के दौरान पूर्वी भारत और महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। अगले 5 दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होने की संभावना है।
1-4 जून के दौरान बिहार और 2-4 जून के दौरान गंगीय पश्चिम बंगाल के अलग-अलग इलाकों में लू की स्थिति होने की संभावना।
भारत में मौसम में बदलाव की वजहें
स्काईमेट वेदर के अनुसार, पश्चिमी हिमालय पर एक पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) बना हुआ है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम राजस्थान और इससे सटे पाकिस्तान पर बना हुआ है। दक्षिण पश्चिम राजस्थान और पाकिस्तान के ऊपर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से उत्तर पश्चिम मध्य प्रदेश तक एक ट्रफ रेखा जा रही है। छत्तीसगढ़ के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। छत्तीसगढ़ के ऊपर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से तमिलनाडु तक एक ट्रफ रेखा जा रही है।
पिछले दिन देशभर में मौसमी हलचल-बारिश और आंधी
स्काईमेट वेदर के अनुसार, बीते दिन पश्चिमी हिमालय, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, तेलंगाना के विदर्भ भागों, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश हुई है।
राजस्थान, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ ओडिशा, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु और असम के एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई। पंजाब के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि हुई। गुजरात के ऊपर राजस्थान के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी चली।
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