सार
दिसंबर 2024 में देशभर में शीतकालीन अवकाश, वायु गुणवत्ता की समस्या और दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश से प्रभावित शैक्षणिक संस्थानों की ताजा स्थिति।
नई दिल्ली। दिसंबर 2024 की शुरुआत में भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम ने अपना अलग असर दिखाया है। उत्तर भारत में हल्की ठंड का असर बढ़ रहा है, जबकि मध्य भारत वायु प्रदूषण की समस्या से जूझ रहा है। दक्षिणी हिस्सों में बारिश और चक्रवात फेंगल का असर देखने को मिल रहा है।
नवंबर महीने से ही शुरू हो गईं थी छुट्टियां
नवंबर के आखिरी सप्ताह में बारिश और खराब वायु गुणवत्ता के कारण कई राज्यों में स्कूल बंद कर दिए गए थे और पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से जारी थी। दिसंबर के महीने में देशभर में शीतकालीन अवकाश घोषित होने की उम्मीद है। इसके अलावा क्रिसमस के अवसर पर भी छात्रों को विशेष अवकाश मिलेगा।
शीतकालीन अवकाश का शेड्यूल
उत्तर भारत के राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड में अधिकांश स्कूलों में 25 दिसंबर तक शीतकालीन अवकाश की संभावना है। इन छुट्टियों का समय जिला प्रशासन और स्थानीय स्कूल प्रबंधन द्वारा मौसम के अनुसार तय किया जाता है। कुछ राज्यों में शीतकालीन अवकाश 21 दिसंबर से शुरू होकर जनवरी के मध्य तक चलता है।
दक्षिण भारत में चक्रवात का असर
चक्रवात फेंगल के चलते तमिलनाडु और पांडिचेरी के कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। तमिलनाडु के आठ जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है, जिनमें चेन्नई, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम और कुड्डालोर शामिल हैं। राज्य सरकार ने इन जिलों में स्कूलों की छुट्टी की घोषणा की है।
वायु प्रदूषण का असर
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्कूल फिर से खुलने के बाद वायु प्रदूषण से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। छात्रों को मास्क पहनने और बाहरी गतिविधियों को कम करने की सलाह दी गई है। दिसंबर का महीना ठंड, बारिश और वायु गुणवत्ता जैसी समस्याओं के साथ शैक्षणिक गतिविधियों पर असर डाल रहा है। सरकारी निर्देश और स्थानीय उपाय छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं।