‘ग्रीन क्रांति’ का धमाका: भारत अब सौर ऊर्जा में टॉप 3 में, जानें कैसे?
India Solar Power: भारत 2024 में पवन और सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बना। सौर ऊर्जा का योगदान 7% तक पहुंचा। रिपोर्ट में बताया गया कि भारत ने जर्मनी को भी पीछे छोड़ दिया।
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भारत बना सौर और पवन ऊर्जा का महाशक्ति!
भारत ने 2024 में सौर और पवन ऊर्जा उत्पादन में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बनकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एम्बर की ग्लोबल इलेक्ट्रिसिटी रिव्यू 2024 के मुताबिक, भारत ने इस सूची में जर्मनी को पछाड़ दिया है और अब सिर्फ चीन और अमेरिका से पीछे है।
पिछले साल की तुलना में दोगुना हुआ प्रोडक्शन
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सौर ऊर्जा का योगदान बिजली उत्पादन में 7% तक पहुंच चुका है, जो 2021 की तुलना में दोगुना है। इस साल देश ने 24 गीगावाट सौर क्षमता जोड़ी है — जो पिछले साल की तुलना में दोगुने से भी ज्यादा है। भारत अब चीन और अमेरिका के बाद तीसरा सबसे बड़ा सोलर एनर्जी मार्केट बन गया है।
क्या कहती है रिपोर्ट?
एम्बर द्वारा प्रकाशित इस रिपोर्ट में 88 देशों का डेटा शामिल है, जो दुनिया की कुल बिजली मांग का 93% कवर करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में वैश्विक स्तर पर 858 टेरावाट-घंटे (TWh) की नई स्वच्छ ऊर्जा जोड़ी गई, जो अब तक का रिकॉर्ड है।
इसमें सौर ऊर्जा का योगदान सबसे ज्यादा 474 TWh रहा और यह लगातार तीसरे साल नई बिजली का सबसे बड़ा स्रोत बना। विश्व स्तर पर सौर ऊर्जा अब कुल बिजली का 6.9% उत्पन्न कर रही है।
भारत में सौर ऊर्जा की तेज़ी
भारत में सोलर एनर्जी का ग्रोथ रेट लगातार तेज़ हो रहा है। 2024 में भारत ने सौर उत्पादन में 20 TWh की वृद्धि दर्ज की — जो इसे इस क्षेत्र में दुनिया में चौथा सबसे बड़ा योगदानकर्ता बनाता है।
वैश्विक परिप्रेक्ष्य में भारत की बड़ी छलांग
रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2024 में दुनिया भर में 15% बिजली का उत्पादन सौर और पवन ऊर्जा से हुआ। भारत का इसमें 10% योगदान रहा। इससे साफ है कि भारत न केवल घरेलू जरूरतें पूरी कर रहा है, बल्कि वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
भारत ने क्या हासिल किया?
- जलविद्युत: 8%
- सौर और पवन ऊर्जा: 10%
- अन्य स्वच्छ स्रोत मिलाकर कुल: 22%
- दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा सौर और पवन ऊर्जा उत्पादक।
- 24 GW सौर क्षमता, जो 2023 के मुकाबले दोगुनी।
- 20 TWh का योगदान, चौथे नंबर पर वैश्विक स्तर पर।
- स्वच्छ ऊर्जा में 22% का राष्ट्रीय योगदान।
एक्सपर्ट्स की राय
एम्बर के प्रबंध निदेशक फिल मैकडोनाल्ड के अनुसार, “सौर ऊर्जा अब वैश्विक ऊर्जा ट्रांजिशन का इंजन बन चुकी है। बैटरी स्टोरेज के साथ मिलकर यह एक अजेय शक्ति बनने की ओर अग्रसर है।”
2024 में भारत ने कितनी सौर क्षमता जोड़ी?
भारत ने 2024 में 24 गीगावाट (GW) सौर क्षमता जोड़ी, जो 2023 के मुकाबले दोगुनी से भी ज्यादा है। सौर ऊर्जा का उत्पादन अब कुल बिजली उत्पादन का 7% हो गया है, जो 2021 की तुलना में दोगुना है। इस साल भारत ने 20 टेरावाट-घंटे (TWh) सौर उत्पादन जोड़ा, जिससे वह चौथा सबसे बड़ा ग्रोथ कंट्री बना।