सार
देश के चर्चित कथावाचक बागेश्वर धाम सरकार वाले बाबा यानी पंडित धीरेंद्र शास्त्री अब दिल्ली में दिव्य दरबार लगाने जा रहे हैं। यह आयोजन 5 से 8 जुलाई तक होगा। इस तीन दिवसीय आयोजन का शुभारंभ कलश यात्रा से होगा।
नई दिल्ली. देश के चर्चित कथावाचक बागेश्वर धाम सरकार वाले बाबा यानी पंडित धीरेंद्र शास्त्री अब दिल्ली में दिव्य दरबार लगाने जा रहे हैं। यह आयोजन 5 से 8 जुलाई तक होगा। इस तीन दिवसीय आयोजन का शुभारंभ कलश यात्रा से होगा। कलश यात्रा में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन कराना पड़ेगा।
दिल्ली में बागेश्वर धाम पंडित धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार कब?
पंडित धीरेंद्र शास्त्री दिल्ली में दिव्य दरबार लगाने जा रहे हैं। प्रबंधन समिति और कार्यक्रम के आयोजक रवि गुप्ता ने मीडिया का बताया कि 5 से 8 जुलाई तक पूर्वी दिल्ली के रामलीला उत्सव ग्राउंड, आईपी एक्सटेंशन में तीन दिवसीय हनुमंत कथा का आयोजन किया जा रहा है। इसमें यज्ञ भी होगा। वहीं, 7 जुलाई को दिव्य दरबार लगेगा। 8 जुलाई को 21 कन्याओं का सामूहिक विवाह कार्यक्रम होगा।
दिल्ली में धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
आयोजन समिति के अनुसार हनुमंत कथा के लिए 14 जून को रामलीला ग्राउंड में भूमि पूजन और भजन संध्या का आयोजन किया गया है। भक्तिमय संगीत प्रस्तुति के लिए कई कलाकारों को बुलाया गया है।
इससे पहले धीरेंद्र शास्त्री का बिहार में हुई हनुमंत कथा चर्चाओं में रही थी। इसमें कई राज्यों से 10 लाख से अधिक लोग पहुंचे थे।
दिल्ली में दिव्य दरबार के पहले कलश यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया गया है। इसके लिए महिलाओं को पीली साड़ी पहनकर कलश और नारियल लेकर आना होगा। रजिस्ट्रेशन के लिए यहां क्लिक करें
बागेश्वर धाम सरकार से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां
दिव्य दरबार में पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर्ची पढ़कर समस्याओं का समाधान करते हैं। अर्जी के साथ बागेश्वर धाम में आना जरूरी होता है। जब धीरेंद्र शास्त्री पर्ची पढ़ते हैं, तब वे बता देते हैं कि संबंधित श्रद्धालु को कितनी बार बागेश्वर धाम में पेशी के लिए आना होगा।
बता दें कि जिनको बागेश्वर धाम में अर्जी लगाना होती है, वे रंगीन कपड़े में एक नारियल लपेटकर बागेश्वर धाम परिसर में रख दे। जैसे सामान्य अर्जी के लिए लाल कपड़ा, शादी से संबंधित अर्जी के लिए पीला कपड़ा और भूत-प्रेत बांधा से छुटकारा पाने के लिए अर्जी लगाने के लिए काला कपड़ा इस्तेमाल करना पड़ता है।
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