सार
मध्य प्रदेश में शराब के शौकीन अब मधुशाला में बैठकर मदिरा पान नहीं कर सकेंगे। शराब की दुकानों पर सिर्फ मदिरा की बिक्री हो सकेगी। राज्य में मौजूद सभी शराब अहातों और शॉप बार को बंद किया जाएगा।
भोपाल। मध्य प्रदेश में शराब के शौकीन अब मधुशाला में बैठकर मदिरा पान नहीं कर सकेंगे। शराब की दुकानों पर सिर्फ मदिरा की बिक्री हो सकेगी। राज्य में मौजूद सभी शराब अहातों और शॉप बार को बंद किया जाएगा। सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में रविवार को यह बड़ा फैसला लिया गया। सूबे की नई आबकारी नीति को मंजूरी दी गयी है। आपको बता दें कि पूर्व सीएम उमा भारती ने भी आबकारी नीति को लेकर सरकार को चेतावनी भी दी थी।
प्रदेश में स्थित सभी शराब अहातें और शॉप बार को बंद किया जा रहा: गृह मंत्री
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए कहा कि सूबे में शराब सेवन को हतोत्साहित करने की दिशा में कैबिनेट ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। प्रदेश में स्थित सभी शराब अहातें और शॉप बार को बंद किया जा रहा है। अब प्रदेश में कोई अहाता संचालित नहीं रहेगा। शराब दुकानों पर सिर्फ मदिरा ही बेची जा सकेगी। सूबे में अब शराब दुकानों पर बैठकर मदिरा पीने की सुविधा बंद की जा रही है।
ये हैं नई आबकारी नीति की खास बातें
-नयी आबकारी नीति 1 अप्रैल 2023 से लागू होगी।
-प्रदेश में सभी शराब अहाते बंद करने का फैसला लिया गया।
-सभी शॉप बार भी बंद होंगे।
-दुकानों पर बैठकर मदिरापान की अनुमति नहीं।
-धार्मिक व शैक्षणिक संस्थानों से शराब के दुकानों की दूरी बढी।
-पहले यह 50 मीटर थी अब बढाकर 100 मीटर की गई।
-इस निर्णय से सूबे की 200 दुकानों पर असर।
-राज्य में कुल 3608 शराब की दुकानें मौजूद।
-शराब पीकर ड्राइविंग करने वालों के खिलाफ प्रावधान कड़े होंगे।
बीते पांच साल में शराब से सरकार को प्राप्त राजस्व
-वर्ष 2018-19 में 9507 करोड़ राजस्व आया।
-2019-20 में 10,773 करोड़ की आय।
-2020-21 में 9520 करोड़ राजस्व प्राप्त हुआ।
-2021-22 में 10,380 करोड़ आय हुई।
-2022-23 में 13,255 करोड़ का अनुमान लगाया गया था।
-जनवरी 2023 तक करीब 9000 करोड़ का राजस्व प्राप्त।