सार

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इंग्लैंड और जर्मनी में निवेशकों से मुलाकात की, मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास और निवेश को बढ़ावा देने के उद्देश्य से। डिजिटल अकाउंट, मेडिकल कॉलेजों और खनन क्षेत्र में प्रगति पर चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव फरवरी 2025 में होने जा रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में विदेशी निवेशकों को मध्यप्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए आमंत्रित करने के लिए इंग्लैंड और जर्मनी प्रवास पर हैं। अपने 6 दिवसीय विदेशी प्रवास के दौरान वे उद्योगपतियों से मुलाकात कर उन्हें मध्यप्रदेश आने का न्यौता देंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यात्रा का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश को औद्योगिक हब बनाने के साथ ही हर प्रकार के उद्योग को आमंत्रण के साथ मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास को नई ऊंचाईयां देने और वैश्विक निवेश को आकर्षित करना है।

सीएम मोहन यादव ने सोमवार को लंदन में फ्रेंड्स ऑफ मध्यप्रदेश के मेंबर्स के साथ इंटरैक्टिव सेशन में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने औद्योगिक विकास औऱ अर्थव्यवस्था को लेकर खुलकर बात की। साथ ही बताया कि किस तरह से छोटे से लेकर बड़े लेवल तक मध्य प्रदेश आर्थिक विकास करने में जुटा हुआ है एक वीडियो मोहन यादव का सामने आया है, जिसमे वो ये कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि आज डिजिटल अकाउंट पूरे देश में पारदर्शिता के साथ इस्तेमाल किया जा रहा है। हमारे छोटे-छोटे निवासियों को ये लाभ दिला रहा है। ये बाकी व्यवस्था पर भी लागू होगी। मुझे खुशी है कि हमने सब्सिडी देना चालू कर दी। बीच में से सबकुछ खत्म कर दिया। उनके खाते में सीधे तौर पर पैसे पहुंच रहे हैं। जो वादा किया था वो पूरा किया है।

हम मेडिकल एसोसियट के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहते हैं। 2003 तक मध्यप्रदेश में सिर्फ 5 मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन आज पीएम मोदी ने नेतृत्व में राज्य के अंदर 30 मेडिकल कॉलेज चल रहे हैं। इसके अंदर 17 सरकारी है और 13 प्राइवेट हैं। अगले साल 12 मेडिकल कॉलेज और तैयारी होने वाले हैं। वहीं, 55 जिलों में एक्सीलेंस कॉलेज संचालित हो रहे हैं। वहीं, खनन और टूरिज्म के मामले में भी मध्यप्रदेश आगे निकल रहा है। कहते हैं जैसी नियत वैसी बरकत। मध्यप्रदेश में आज के समय में दो सोने के खदान भी मिल गए हैं। वो भी ऐसे जगह पर जहां सिर्फ सीमेंट और पत्थर ही मिलते थे। टूरिज्म सेक्टर में भी कई संभावनाएं आगे नजर आ रही है। क्योंकि ये बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है।