सार

ग्वालियर में राह चलते एक्टिवा सवार व्यक्ति को अचानक हार्ट अटैक आ गया। सब इंस्पेक्टर राजकुमार बौद्ध ने मौके पर CPR देकर जान बचाई और तुरंत अस्पताल पहुंचाया। पढ़ें पूरी घटना!

Heart Attack On Road: ग्वालियर में एक पुलिस अधिकारी की त्वरित कार्रवाई ने एक व्यक्ति की जान बचा ली। बुधवार को एक 40 वर्षीय एक्टिवा सवार को अचानक हार्ट अटैक आ गया और वह स्कूटर से गिर पड़ा। गनीमत रही कि थाटीपुर थाना लौट रहे सब इंस्पेक्टर राजकुमार बौद्ध ने घटना देखी और तुरंत CPR देकर युवक की जान बचाई।

कैसे हुआ हादसा?

  1. स्थान: ग्वालियर, पड़ाव पुल के पास पेट्रोल पंप
  2. समय: दोपहर

क्या था घटनाक्रम?

एक्टिवा सवार घनश्याम गौर अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। राहगीरों की भीड़ देख सब इंस्पेक्टर राजकुमार बौद्ध मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत CPR देकर हार्टबीट और ऑक्सीजन सप्लाई को सामान्य किया।  होश में आने के बाद युवक ने अपना नाम और घर का पता बताया। पुलिस अधिकारी ने परिजनों को सूचना देकर एम्बुलेंस बुलवाई और उसे अस्पताल में भर्ती करवाया।

सब इंस्पेक्टर ने कैसे बचाई जान?

सब इंस्पेक्टर राजकुमार बौद्ध ने CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) का इस्तेमाल कर युवक के दिल को पुनः चालू किया। उन्होंने तुरंत सीने पर दबाव डालना शुरू किया ताकि ऑक्सीजन और ब्लड सर्कुलेशन बना रहे। करीब 2 मिनट के प्रयास के बाद व्यक्ति को हल्का होश आने लगा। इसके बाद एम्बुलेंस मंगवाकर उसे अस्पताल भिजवाया।

घनश्याम गौर कौन हैं?

  1. व्यवसाय: मजदूरी
  2. निवासी: बहोड़ापुर थाना क्षेत्र, ग्वालियर
  3. कहां जा रहे थे? थाटीपुर से मजदूरी करके घर लौट रहे थे।

 

 

स्थानीय लोगों ने की तारीफ!

राहगीरों और स्थानीय नागरिकों ने सब इंस्पेक्टर राजकुमार बौद्ध की बहादुरी की सराहना की। उनका कहना था कि "अगर पुलिस अधिकारी समय पर CPR न देते, तो युवक की जान बचाना मुश्किल हो जाता!"

CPR क्यों है जरूरी?

  1. CPR एक जीवनरक्षक तकनीक है, जो हार्ट अटैक, सांस रुकने या बेहोशी जैसी स्थितियों में दी जाती है।
  2. सही समय पर CPR देने से मरीज के बचने की संभावना 70% तक बढ़ जाती है।
  3. पुलिस अधिकारी और आम लोगों को भी CPR सीखना चाहिए, ताकि आपात स्थिति में जान बचाई जा सके।

पुलिस अधिकारियों का संदेश

  1. ग्वालियर पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि  CPR की बेसिक ट्रेनिंग जरूर लें।
  2. किसी भी इमरजेंसी में संकोच किए बिना मरीज की मदद करें।
  3. 108 पर कॉल करके तुरंत एम्बुलेंस बुलाएं।

इंसानियत की मिसाल बने सब इंस्पेक्टर बौद्ध

सब इंस्पेक्टर राजकुमार बौद्ध की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने एक व्यक्ति की जान बचा ली। यह घटना हमें सिखाती है कि CPR जैसी जीवनरक्षक तकनीकों को सीखना कितना जरूरी है। CPR सीखें, सतर्क रहें और जरूरतमंदों की मदद कर सकते हैं।