सार
आगामी 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा सेरेमनी है। रामलला के दर्शन के समय आम श्रद्धालु क्या लेकर जा सकेंगे और क्या नहीं? एशियानेट न्यूज की टीम ने ट्रस्ट की तरफ से किए गए इंतजाम देखें। आइए डिटेल में जानते हैं।
अयोध्या। अयोध्या राम जन्मभूमि मार्ग के एंट्री प्वाइंट पर द्वार बनाने का काम तेजी से चल रहा है। बड़ी-बड़ी मशीनों से मलबे इधर से उधर किए जा रहे हैं। राम भक्तों के लिए शेड लगभग बनकर तैयार है। रामलला के दर्शन के लिए चेक प्वाइंट पर कतार में खड़े श्रद्धालु अपनी-अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। एंट्री प्वाइंट पर ही श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से नि:शुल्क लॉकर की व्यवस्था है। साथ ही दर्शनार्थी सुविधा केंद्र भी है। यहां श्रद्धालुओं को आरती में शामिल होने के लिए पास उपलब्ध कराया जाता है। राम जन्मभूमि मार्ग की यह आम तस्वीर है। यदि आप रामलला के दर्शन करने जा रहे हैं तो अपने साथ क्या लेकर जा सकते हैं और क्या नहीं? आइए इस बारे में जानते हैं।
लॉकर में सामान रख दर्शन कर सकते हैं श्रद्धालु
ट्रस्ट की तरफ से बताया गया कि लॉकर में श्रद्धालु अपने सामान रख सकते हैं और वहां से पर्ची और चाबी प्राप्त कर दर्शन कर सकते हैं। रामलला के दर्शन के समय लोग अपने साथ मोबाइल, घड़ी, इलेक्ट्रानिक सामान, रिमोट वाली चाबी, ईयरफोन आदि नहीं ले जा सकते। इन चीजों को मंदिर परिसर में लेकर जाने पर बैन है। रास्तें में कई जगह बैरियर लगे हैं। जहां चेकिंग होती है। यदि उस दौरान कोई भी प्रतिबंधित सामान पाया जाता है तो श्रद्धालु को बिना दर्शन के ही वापस आना पड़ सकता है। ठंडी का सीजन है तो लोग अपने बचाव के लिए गर्म वस्त्र पहन सकते हैं। यह नियम नया नहीं है। पहले से चला आ रहा है। पूर्व में प्राइवेट लॉकर में 5 से 10 रुपये लेकर लोगों के सामान रखे जाते थे। अब, ट्रस्ट की तरफ से लोगों की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए नि:शुल्क लॉकर का अरेंजमेंट किया गया है।
आरती काउंटर, डोनेशन काउंटर और होम्योपैथिक उपचार केंद्र भी
सुविधा केंद्र पर पोस्टर के जरिए रामलला की तीनों टाइम की आरती के पास के बारे में जानकारी दी गई है। वहीं डोनेशन काउंटर और होम्योपैथिक उपचार केंद्र भी है। दोपहर 2 से शाम 7 बजे तक डॉक्टर से संपर्क किया जा सकता है। मंदिर में सुबह 7 से 11:30 बजे और शाम को 2 से 7 बजे तक दर्शन किया जा सकता है। दिव्यांगों के लिए नि:शुल्क व्हीलचेयर सुविधा भी उपलब्ध है। लोगों के बैठने के लिए भी बेंच बनाई गई है। उधर, अयोध्या धाम में 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। ऐसे में लोग यह भी जानना चाहते हैं कि वह मंदिर में रामलला के दर्शन कब कर सकेंगे?
आम लोग कब कर सकेंगे रामलला के दर्शन?
अयोध्या जिला प्रशासन के अनुसार, 22 जनवरी को मंदिर प्रांगण में दोपहर दो बजे तक प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा। उसके बाद मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। फिर उस दिन कोई रामलला के दर्शन नहीं कर सकेगा। प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर 20 जनवरी से तीन दिन तक आम ही नहीं खास लोग भी रामलला के दर्शन नहीं कर सकेंगे। 22 जनवरी को सिर्फ आमंत्रित लोग ही राम लला के दर्शन कर सकेंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत 15 से 24 जनवरी तक विशेष अनुष्ठान किया जाएगा। मतलब आम जनता के लिए 25 जनवरी से मंदिर के दरवाजे खुलेंगे। लोगों को दर्शन के लिए पहचान से जुड़े दस्तावेज लाने होंगे।
सामूहिक रूप से मनाएं उत्सव
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय लोगों से अपील करते हुए कहते हैं कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन लोग अपने-अपने गांव, मोहल्ले, कॉलोनी या मंदिरों के आसपास उत्सव का आयोजन करें। राम भक्तों को इकट्ठा कर भजन कीर्तन करें। टीवी या एलईडी के द्वारा प्राण प्रतिष्ठा समारोह लोगों को दिखाएं। शंख बजाएं, आरती करें, प्रसाद बांटे। अपने घर के मंदिर में स्थित देवी-देवता का भजन-कीर्तन-पूजन करें। घर के सामने दीपक जलाएं। घर पर ही रहकर सुंदरकांड, हनुमान चालीसा, देवी जागरण या मानस पाठ करें। 500 वर्षों के बाद यह पवित्र क्षण आया है।