सार
बुलंदशहर | देश में खाने में मिलावट और नकली उत्पादों का खेल तेजी से फैलता जा रहा है, आए दिन मिलावट की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनी रहती हैं! जिसके चलते लोगों की सेहत पर गंभीर खतरे मंडरा रहे हैं। मिलावट का एक और नया मामला सामने आया है। यूपी के बुलंदशहर में प्रशासन और फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने एक बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें सिंथेटिक दूध और पनीर बनाने वालों के खिलाफ कड़ी छापेमारी की गई। इस छापेमारी में नकली दूध बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले खतरनाक केमिकल्स और अन्य सामग्री का भारी मात्रा में इस्तेमाल किया गया था।
मिलावटखोरी का बड़ा खुलासा
बुलंदशहर में चल रही इस विशेष कार्रवाई के दौरान अधिकारियों ने खुलासा किया कि शादी के सीजन में पनीर की डिमांड बढ़ने के कारण मिलावटखोरी का कारोबार भी तेजी से बढ़ा है। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में स्किम्ड मिल्क पाउडर, रिफाइंड आयल, सेक्रिन, व्हाइट पेस्ट और मिल्क फ्लेवर जैसे केमिकल्स बरामद किए गए। इन सामग्रियों का उपयोग नकली दूध और पनीर बनाने में किया जा रहा था। अधिकारियों ने तीन स्थानों पर छापेमारी करते हुए तीन मिलावटखोरों को गिरफ्तार किया है, जिनमें प्रमुख आरोपी बिजनेसमैन अजय अग्रवाल हैं, जिसने नकली दूध और पनीर बनाने का तरीका ईजाद किया था।
जानिए कैसे तैयार करते थे, नकली दूध
अधिकारियों ने बताया कि सिर्फ एक लीटर केमिकल से 500 लीटर नकली दूध तैयार किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में फैट को नियंत्रित करने के लिए मशीनों को धोखा देने का तरीका अपनाया जाता था। इसके अलावा, नकली दूध में असली जैसी मिठास लाने के लिए एक्सपायर हो चुके सिंथेटिक सिरप का इस्तेमाल किया जा रहा था। यह नकली दूध और पनीर दिल्ली और एनसीआर के विभिन्न स्थानों पर सप्लाई किया जा रहा था।
नकली दूध के सेवन से हो सकते हैं गंभीर स्वास्थ्य खतरे
नकली सिंथेटिक दूध का सेवन सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है। इस दूध में कई खतरनाक केमिकल्स जैसे डिटर्जेंट, यूरिया, रिफाइंड ऑयल और व्हाइट पाउडर का मिश्रण होता है, जो शरीर के लिए विषाक्त हो सकते हैं। इसके सेवन से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं:
- कैंसर का खतरा: क्योंकि नकली दूध में खतरनाक रसायनों का इस्तेमाल होता है, इससे कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है।
- पाचन पर असर: नकली दूध में मौजूद डिटर्जेंट और अन्य केमिकल्स पेट और आंतों में जलन पैदा कर सकते हैं, जिससे गैस, डायरिया और पेट दर्द की समस्या हो सकती है।
- किडनी पर प्रभाव: इसमें मौजूद यूरिया और अन्य जहरीले तत्व किडनी पर प्रतिकूल असर डाल सकते हैं, जिससे किडनी फेल होने का खतरा बढ़ सकता है।
- हड्डियों और दांतों की कमजोरी: नकली दूध में कैल्शियम की कमी होने के कारण हड्डियों और दांतों की मजबूती प्रभावित हो सकती है, विशेषकर बच्चों के लिए यह बेहद खतरनाक है।
फूड सेफ्टी विभाग की सख्त चेतावनी
फूड सेफ्टी विभाग ने इस पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई की है और लोगों से अपील की है कि वे हमेशा असली दूध और पनीर का ही सेवन करें। साथ ही, नकली उत्पादों की पहचान करने के लिए जागरूक रहें और ऐसी मिलावटखोरी की सूचनाएं अधिकारियों तक पहुंचाएं।
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