सार
इस वक्त देशभर में NEET एग्जाम पेपर लीक (NEET-UG Exam Paper Leak) को लेकर हंगामा मचा हुआ है। देश के अलग-अलग राज्यों से घोटाले में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने की कवायद जारी है।
NEET-UG Exam Paper Leak: इस वक्त देशभर में NEET एग्जाम पेपर लीक (NEET-UG Exam Paper Leak) को लेकर हंगामा मचा हुआ है। देश के अलग-अलग राज्यों से घोटाले में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने की कवायद जारी है। इसी क्रम में बिहार पुलिस के हाथों एक और कामयाबी लगती हुई नजर आ रही है। इस बार बिहार पुलिस ने NEET UG पेपर लीक मामले में प्रयागराज (Prayagraj) के नैनी इलाके के एक डॉक्टर डॉ. आरपी पांडे और उनके बेटे राज पांडे को रडार पर लिया है। जांच के दौरान पता चला कि डॉक्टर ने अपने बेटे (NEET अभ्यर्थी) के लिए सॉल्वर का इंतजाम किया था। इसके लिए बाप ने पेपर सॉल्वर को 4 लाख रुपए का भुगतान किया था। बिहार पुलिस दोनों का पता लगाने के लिए छापेमारी कर रही है, लेकिन वे फरार हैं।
पुलिस जांच में पता चला कि प्रयागराज के ADA कॉलोनी में रहने वाले डॉ. आरपी पांडे नैनी क्षेत्र में निजी अस्पताल चलाते हैं। डॉक्टर का बेटा राज पांडे, NEET का अभ्यर्थी था। 5 मई को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मालीघाट में डीएवी पब्लिक स्कूल के एक परीक्षा केंद्र पर राज पांडे के स्थान पर परीक्षा देते हुए एक सॉल्वर पकड़ा गया। सॉल्वर की पहचान राजस्थान के हुकमा राम के रूप में हुई, जो AIIMS-जोधपुर में MBBS थर्ड ईयर का छात्र था।
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सॉल्वर से कोटा में हुई थी मुलाकात
पुलिस पकड़े गए स्टुडेंट से जुड़े एग्जाम सेंटर के मैनेजमेंट की भूमिका की भी जांच कर रही है क्योंकि बायोमेट्रिक परीक्षण के बावजूद हुकमा राम को परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई थी। प्रयागराज में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बिहार पुलिस राज पांडे और उनके पिता की तलाश कर रही है. जांच से पता चला कि राज पांडे की मुलाकात सॉल्वर से कोटा में हुई थी, जहां वह NEET परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
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