सार
महाकुंभ 2025 : आप चाय के शौकिन हैं, तो कुंभ मेले में एक ऐसा खास स्वाद आपका इंतजार कर रहा है, जो आपकी यादों में हमेशा के लिए बसा रहेगा। राजस्थान की पारंपरिक मसालेदार चाय, जो महाकुंभ के माहौल में अपनी ताजगी और अनोखे स्वाद से लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है।
क्या है खास इस चाय में?
राजस्थान से आए छेनाराम रेवारी, जो पुष्कर टी के नाम से अपनी मसालेदार चाय बेचते हैं, ने महाकुंभ में पहली बार अपनी चाय का स्वाद पेश किया है। छेनाराम की चाय में 15 अलग-अलग मसाले होते हैं, जो इसे बाकी चाय से बिल्कुल अलग और खास बनाते हैं। चाय के ये मसाले न सिर्फ चाय के स्वाद को गहरा करते हैं, बल्कि इसे एक अद्वितीय अनुभव बना देते हैं।
यह भी पढ़ें : कौन हैं महाकुंभ में छाए चाबी वाले बाबा: रहस्यमयी है उनकी 20 KG चाबी की कहानी
चाय बनाने का पारंपरिक तरीका
छेनाराम रेवारी ने चाय बनाने की अपनी खास विधि को साझा किया। वे परंपरागत बर्तन का उपयोग करते हैं, जैसे पीतल के हंडे और मिट्टी के बर्तन, ताकि चाय में उसकी असली खुशबू और स्वाद बरकरार रहे। हर मसाले को ताजे रूप में तैयार कर चाय में डाला जाता है, जो इसे विशेष बनाता है।
महाकुंभ में व्यापार और कमाई में वृद्धि
छेनाराम रेवारी ने बताया कि महाकुंभ आने से पहले गांव में उनकी कमाई सीमित थी, लेकिन अब कुंभ मेले के माध्यम से उनकी आय में आश्चर्यजनक वृद्धि हुई है। कभी 800 रुपये, कभी 1200 रुपये तक की कमाई हो रही है। महाकुंभ ने छोटे व्यापारियों के लिए शानदार अवसर खोल दिए हैं।
डिजिटल इंडिया में योगदान
छेनाराम और उनके साथी छोटे व्यापारी 'डिजिटल इंडिया' की दिशा में भी योगदान दे रहे हैं। वे डिजिटल पेमेंट ऑप्शन जैसे गूगल पे और फोन पे का इस्तेमाल करते हैं, जो उन्हें पीएम मोदी के डिजिटल इंडिया अभियान का हिस्सा बनाता है।
यह भी पढ़ें : महाकुंभ 2025: 105 साल के बाबा, 70 साल से अन्न-नमक का त्याग! हैरान कर देगी तपस्या