सार
उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण में विभिन्न क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी और विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें ई-कॉमर्स और स्टार्टअप शामिल हैं।
ग्रेटर नोएडा/लखनऊ, 26 सितंबर। उत्तर प्रदेश को 'उत्तम व उद्यम प्रदेश' बनाने के लिए प्रयासरत योगी सरकार ने प्रदेश की वैश्विक पहचान को सुदृढ़ करने की दिशा में मील का पत्थर रख दिया है। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित हो रहे उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो के दूसरे संस्करण के अंतर्गत दूसरे दिन विभिन्न प्रकार के नॉलेज सेशंस का आयोजन किया गया। गुरुवार को भारत वियतनाम व्यापार मंच के सत्र, ई कॉमर्स सत्र तथा एकेटीयू की ओर से इनोवेशन व स्टार्टअप को लेकर सेशन का आयोजन किया गया। इन सेशंस में दक्षिण एशियाई व आसियान बाजारों में उत्तर प्रदेश के उत्पादों के प्रवेश का मार्ग सुनिश्चित करने के लिए यूपी-वियतनाम की साझेदारी को लेकर प्रतिबद्धता जताई गई। वहीं, ई कॉमर्स तथा इनोवेशन व स्टार्टअप से सेशन में देश दुनिया में बदलते डिजिटल इको सिस्टम में उत्तर प्रदेश की भागीदारी को लेकर अंतर्दृष्टि साझा की गई। इस दौरान सीएम योगी के विजन में बनीं सेक्टोरल पॉलिसीज पर भी फोकस किया गया।
दूसरे दिन 40 हजार से अधिक आगंतुक पहुंचे वेन्यू
इस पांच दिनी कार्यक्रम का आगाज बुधवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़, सीएम योगी तथा केंद्रिय एमएमएमई मंत्री जीतन राम मांझी की उपस्थिति में हुआ तथा उद्योग जगत के इस वैश्विक आयोजन का समापन 29 सितंबर को होगा। ऐसे में, कार्यक्रम के दूसरे दिन 18 हजार से अधिक खरीदारों तथा 40 हजार से अधिक आगंतुकों ने हिस्सा लिया। इस दौरान, विभिन्न सेशंस व कार्यक्रमों में योगी सरकार की ओर से केबिनेट मंत्री (एमएसएमई) राकेश सचान, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री सुनील कुमार शर्मा और मेरठ की आयुक्त शिलवी कुमारी समेत विभिन्न अधिकारीगण, वैश्विक दिग्गज कंपनियों के प्रतिनिधि व अन्य उपस्थित रहे।
रणनीतिक साझेदारी पर योगी सरकार का फोकस
गुरुवार को यूपीआईटीएस 2024 के अंतर्गत आयोजित सेक्टोरल सेशंस में पहला सेशन भारत व वियतनाम की रणनीतिक साझेदारी और उसमें उत्तर प्रदेश की सहभागिता को लेकर केंद्रित था। इस सेशन का आयोजन वियतनाम द्वारा पार्टनर कंट्री के रूप में किया गया था जिसमें वियतनाम के राजदूत गुयेन थान है समेत वियतनामी डेलिगेशन ने हिस्सा लिया। इस सेशन में योगी सरकार की ओर से केबिनेट मंत्री (एमएसएमई) राकेश सचान, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री सुनील कुमार शर्मा, एमएसएमई विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार समेत विभिन्न पदाधिकारी शामिल थे। कार्यक्रम में वियतनाम और भारत एक-दूसरे के रणनीतिक स्थानों का उपयोग क्रमशः दक्षिण एशियाई और आसियान बाजारों के प्रवेश द्वार के रूप में कर सकते हैं। इससे उत्तर प्रदेश के उत्पादों के भी इन मार्केट्स में पहुंच बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा। इस अवसर पर, राकेश सचान ने कहा कि भारत और वियतनाम दोनों के पास प्राचीन सांस्कृतिक संबंध हैं जो उन्हें स्वाभाविक साझेदार बनाते हैं। उन्होंने निवेशकों, विशेष रूप से पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में, उत्तर प्रदेश में निवेश के अवसरों पर कार्य करने के लिए आमंत्रित किया, जो भारत में एक प्रमुख आध्यात्मिक गंतव्य के रूप में उभरा है।
ई-कॉमर्स सत्र में दिग्गज कंपनियों के वक्ताओं ने साझा की रणनीति
कार्यक्रम के अंतर्गत दूसरे सत्र में ई-कॉमर्स सेक्टर को लेकर इनसाइट साझा की गई। इसमें वैश्विक ई-कॉमर्स लीडर अमेजन, शीर्ष-स्तरीय फिनटेक प्लेटफ़ॉर्म पिंग पॉन्ग और खुदरा विक्रेताओं के लिए प्रसिद्ध बिग कॉमर्स जैसी कंपनियों के दिग्गजों ने मंच साझा करते हुए उपस्थित लोगों के साथ अमूल्य अंतर्दृष्टि तथा वास्तविकता आधआरित रणनीतियाँ साझा कीं। इस सत्र में राकेश सचान ने डिजिटल परिवर्तन के माध्यम से छोटे और मध्यम उद्यमों को सशक्त बनाने, नवाचार को बढ़ावा देने और ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से बाजार की पहुँच बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
इनोवेशन और स्टार्टअप ईको सिस्टम के विकास को लेकर भी हुए सेशन
गुरुवार को आयोजित हुए विभिन्न नॉलेज सेशंस में उद्यमियों, उभरते उद्योगों, स्टार्ट-अप्स और नए व्यापार आकांक्षियों के लिए तीन बैक टू बैक सेशंस का आयोजन किया गया।'इनोवेशन और स्टार्ट-अप' सत्र का संचालन अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय (एकेटीयू) द्वारा किया गया। इस सेशन में एकेटीयू की उत्कृष्टता को बढ़ावा देने वाली पहलों के बारे में जानकारी दी गई। एकेटीयू के कुलपति, प्रोफेसर जे. पी. पांडे ने इस सेशन में "अकादमिक उत्कृष्टता से उद्यमिता तक की यात्रा" पर एक प्रस्तुति दी। एकेटीयू इनोवेशन हब के प्रमुख माहीप सिंह और इनोवेशन हब की प्रबंधक वंदना शर्मा ने सेशन में बताया कि कैसे इनोवेशन हब उत्तर प्रदेश में उद्यमियों और स्टार्ट-अप्स को सशक्त बना रहा है और स्थानीय स्टार्ट-अप्स के लिए फंडिंग का मार्ग खोल रहा है।