सार
एक बेंगलुरु के इंजीनियर ने मुफ्त में काम करने की पेशकश की है, जिससे नौकरी बाजार में चिंता बढ़ गई है। रेडिट पर अपनी पोस्ट में, उन्होंने कहा कि उन्हें दो साल से कोई स्थायी नौकरी नहीं मिली है और वे बिना वेतन के काम करने को तैयार हैं।
बेंगलुरु : क्या आईटी सिटी बेंगलुरु में टेक वालों के लिए नौकरियां कम पड़ रही हैं? क्या इंजीनियर्स को अब बेंगलुरु में नौकरी पाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है? एक बेंगलुरु के इंजीनियर की हालिया गुहार ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इस टेक वाले ने रेडिट पर पोस्ट करके नौकरी की अपील की है। पिछले 2 सालों से उसे कोई स्थायी नौकरी नहीं मिली है, और जो मिली भी वो कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर या कुछ महीनों के लिए ही थी। अब उसे फुल टाइम नौकरी चाहिए, और वो बिना वेतन के, मुफ्त में काम करने को भी तैयार है। टेक वाले की इस गुहार ने खूब चर्चा बटोरी है और साथ ही चिंता भी जताई जा रही है।
2003 में इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद, इस बेंगलुरु के टेक वाले ने कुछ महीनों के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर काम किया, लेकिन उसे कहीं भी फुल टाइम नौकरी नहीं मिली। काफी कोशिशों के बावजूद, उसे कोई नौकरी नहीं मिल पाई। पिछले 2 सालों से, वो नौकरी की तलाश में दर-दर भटक रहा है, अपना रिज्यूमे दे-देकर थक गया है। उसने कई कंपनियों के चक्कर काटे हैं और ईमेल के जरिए अपना रिज्यूमे भेजा है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। अब उसने रेडिट पर अपना रिज्यूमे और बायोडाटा शेयर करके नौकरी की अपील की है।
अपने रिज्यूमे में, उसने बताया है कि उसने 2023 में बीई इन इन्फॉर्मेशन साइंस एंड इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी की है और अब नौकरी की तलाश में है। उसे जावा, पाइथन, डेवऑप्स, क्लाउड कंप्यूटिंग, मशीन लर्निंग में महारत हासिल है। उसे CI/CD पाइपलाइन, डॉकर, कुबेरनेट्स, एपीआई डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों में काम करने का अनुभव भी है।
डिग्री पूरी करने के बाद उसे कोई अच्छी नौकरी नहीं मिली। उसने दो कंपनियों में इंटर्नशिप की, लेकिन फुल टाइम नौकरी नहीं मिल पाई। उसे फुल टाइम नौकरी चाहिए, और वो घर से बिना वेतन के, मुफ्त में काम करने को भी तैयार है। उसे अनुभव चाहिए, क्योंकि कई कंपनियों के इंटरव्यू में उससे अनुभव के बारे में पूछा गया, और फुल टाइम जॉब का अनुभव न होने के कारण उसके हाथ से कई नौकरियां निकल गईं। उसने अपने रिज्यूमे के कवर लेटर में लिखा है कि उसे नौकरी की सख्त जरूरत है और वो फुल टाइम नौकरी की तलाश में है।
कई लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पूछा है कि क्या बेंगलुरु में टेक वालों के लिए नौकरियां नहीं हैं? कुछ लोगों ने चिंता जताते हुए कहा है कि अगर कोई बिना वेतन के काम करने को तैयार है, तो हमारी क्या हालत होगी?