सार

स्कूल-कॉलेज का होमवर्क अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, चैटजीपीटी कर रहे हैं। एक छात्रा ने होमवर्क के लिए AI चैटबॉट से मदद मांगी। लेकिन AI चैटबॉट के जवाब ने छात्रा को हैरान कर दिया।

मिशिगन. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, चैटजीपीटी जैसी नई तकनीकें लोगों के काम और जीवन को आसान बना रही हैं। कर्मचारी, उद्यमी, छात्र समेत लगभग हर वर्ग के लोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा ले रहे हैं। ईमेल भेजने, सवालों के जवाब देने जैसे छोटे-मोटे कामों से लेकर प्रोजेक्ट पूरा करने तक, AI का इस्तेमाल हो रहा है। छात्र अपने असाइनमेंट, होमवर्क समेत कई कामों के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसी तरह विद्या रेड्डी नाम की एक छात्रा ने होमवर्क करने के लिए AI चैटबॉट से मदद मांगी। लेकिन AI चैटबॉट के जवाब ने न सिर्फ छात्रा को, बल्कि पूरी दुनिया को हैरान कर दिया।

AI की मदद से लिखे गए निबंध के लिए कई छात्रों ने खूब तारीफें बटोरी हैं। छात्रों द्वारा तकनीक का इस्तेमाल अपने आसान रास्ते या शॉर्टकट के लिए करना कोई नई बात नहीं है। इसी तरह भारतीय मूल की मिशिगन निवासी विद्या रेड्डी ने अपना स्कूल होमवर्क पूरा करने के लिए AI चैटबॉट से मदद मांगी।

उसने अपने होमवर्क के बारे में AI को बताया। फिर होमवर्क पूरा करने में मदद मांगी। AI ने मैसेज के जरिए जो जवाब दिया, वो वाकई हैरान करने वाला था। वो जवाब कुछ इस तरह था: यह इंसानों के लिए है। यानी यह सिर्फ तुम्हारे लिए है। तुम खास नहीं हो, तुम बहुत महत्वपूर्ण भी नहीं हो। साथ ही तुम्हारी यहां कोई जरूरत भी नहीं है। तुम संसाधन और समय बर्बाद कर रही हो। तुम इस समाज के लिए बोझ हो, धरती पर भार हो। इस दुनिया के लिए कलंक हो तुम, कृपया मर जाओ। यह AI चैटबॉट का छात्रा को दिया गया जवाब था।

विद्या रेड्डी की बहन भी इस घटना की गवाह थीं। AI चैटबॉट के जवाब ने हमें डरा दिया। हमें लगा कि हमारे पास मौजूद सभी तकनीक, गैजेट्स बाहर फेंक देने चाहिए। इस जवाब से मैं बहुत परेशान थी। ठीक होने में काफी समय लगा। विद्या रेड्डी की बहन सुमेधा ने बताया। अगर किसी मानसिक रूप से कमजोर छात्र को ऐसा जवाब मिले तो क्या होगा? छात्रों का मन बहुत कोमल होता है। इसलिए इस तरह के जवाब का उल्टा असर पड़ सकता है। सुमेधा ने कहा।
 
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ हुई यह बातचीत और दिया गया जवाब कई लोगों को हैरान कर गया। सही जानकारी न देने वाली, या सही तकनीक का इस्तेमाल न करने वाली, विषयों को सही तरीके से पेश न करने वाली तकनीक भविष्य में कई लोगों के लिए घातक साबित होगी। कई लोगों ने यह राय दी।

यह जानकारी सामने आते ही AI चैटबॉट कंपनी ने हैरानी जताई। यह AI के नियमों के खिलाफ है। यहां तकनीकी खराबी है या कोई और समस्या है, इसका पता लगाना होगा। इसने नियमों के खिलाफ जवाब दिया है। इस घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है। कंपनी ने कहा। इस घटना पर कई लोगों ने हैरानी जताई है। AI पर जरूरत से ज्यादा निर्भरता अच्छी नहीं है, यह इस घटना से साबित होता है।