सार
ब्रिटेन में एक चाय स्टॉप पर चाय की कीमत अलग-अलग है, जबकि चाय एक ही है और कप में उसकी मात्रा भी एक बराबर हाेगी। बस, यह आपके ऑर्डर करने के तरीके पर निर्भर करेगा कि आप उसे कैसे मांगते हैं।
लंदन। प्यार ऐसा शब्द है, जो किसी भी पिघला सकता है। जी हां। कहा भी जाता है प्यार से जान मांगिए.. हाजिर है। हालांकि, हम जिस बारे में आगे बात करने जा रहे हैं, वह जान तो नहीं मगर देसी चाय जरूर है और वो भी ब्रिटेन में। यहां एक दुकान, जिसे ब्रिटेन के लिए कैफे भी कह सकते हैं, वहां चाय अगर आपने प्यार से मांगी तो यह लगभग आधे कीमत पर मिलेगी। मगर प्यार और सम्मान से नहीं मांगा, तो आपको करीब दोगुना दाम चुकाना होगा।
लोगों के प्रति प्यार और सम्मान व्यक्त करना हमेशा सराहा जाता है। लेकिन यूनाइटेड किंगडम के एक कैफे ने इसे थोड़ा आगे बढ़ा दिया है। प्रेस्टन में चाय स्टॉप ने एक नया नियम पेश किया है। यह ग्राहकों से उनके बिल की राशि से दोगुनी रकम वसूलता है, वो भी तब जब आप विनम्र व्यवहार नहीं करते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसका उद्देश्य है कि कस्टमर जब कैफे में आए तो सम्मान और प्यार का भाव प्रदर्शित करें। इससे कैफे के कर्मचारियों को प्रोत्साहन मिलता है और उनका उत्साह काम के प्रति और ग्राहको के प्रति बना रहता है।
दरअसल, 29 वर्षीय उस्मान हुसैन ने इस साल मार्च में चाय, डोनट, स्ट्रीट फूड और डेजर्ट रेस्तरां लॉन्च किया था। इसमें उन्होंने एक नोटिस पोस्ट किया, जिसमें कहा गया कि ग्राहकों से एक ही ड्रिंक के लिए अलग-अलग शुल्क लिया जाएगा। यह तय करेगा कि आप कितने सम्मान से ऑर्डर करते हैं। चाय स्टॉप के फेसबुक पेज पर शनिवार को एक पोस्ट भी शेयर किया गया है, जिसमें लिखा है, 'देसी चाय' की कीमत आपको £5 (करीब पांच सौ रुपए) होगी, वहीं 'देसी चाय प्लीज' की कीमत आपको £3 (करीब तीन सौ रुपए) होगी। लेकिन 'हैलो, देसी चाय प्लीज' आपको सिर्फ £1.90 (दो सौ रुपए से कम) में मिल जाएगी।
अमरीकी कैफे से चुराया आइडिया
हुसैन के मुताबिक, रेस्तरां में कभी भी बुरे व्यवहार के ग्राहक नहीं आए, मगर मुझे लगता है कि एक नियम होना चाहिए, जो लोगों को अच्छे व्यवहार के लिए प्रेरित करे। मुझे लगता है कि यह आपके शिष्टाचार का उपयोग करने के लिए एक अच्छा तरीका है, क्योंकि दुर्भाग्य से कभी-कभी हमें इसके लिए याद दिलाने की जरूरत होती है। हमने असभ्य ग्राहकों के साथ कभी संघर्ष नहीं किया है, लेकिन संकेत होने के बाद से लोग निश्चित रूप से अधिक सभ्य बन रहे हैं। ग्राहक हमारे साथ खुश हैं। हालांकि, यह आइडिया खुद हुसैन का नही था बल्कि, उन्होंने एक अमरीकी कैफे से चुराया था। इस अमरीकी कैफे ने कुछ साल पहले ऐसा ही नियम बनाया था। उसकी फोटो तब उन्होंने रख ली थी और अब इसे अपने चाय स्टॉप पर लागू कर रहे हैं।
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