सार

फास्टटैग से जुड़े घपले और इसकी स्कैनिंग को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अफसर अवनीश शरण ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से पोस्ट किया था। हालांकि, बाद में उन्होंने इसे हटा लिया। 

नई दिल्ली। भारत में जब से फास्टटैग सिस्टम लागू हुआ है, तब से टोल नाकों पर वाहनों की भीड़ कम हो गई है। साथ ही, मारपीट की घटनाएं भी अब पहले की तरह नहीं सुनाई या दिखाई देती, मगर कुछ लोगों ने इसमें भी अकल लगा ली और भ्रष्टाचार करना शुरू दिया। कुछ लोग इस खेल से हर महीने हजारों-लाखों रुपए का चूना सरकार को लगा रहे हैं। 

इसी क्रम में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसे फास्टटैग से जुड़े स्कैम से जोड़कर बताया जा रहा है। इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक लड़का हाथ में घड़ी पहने हुए आता है। एक कार, जिसके शीशे पर फास्टटैग लगा है, उसे साफ करता है। इस बीच वह काार के शीशे पर लगे फास्टटैग को इस खास घड़ी के स्कैनर से स्कैन कर लेता है। 

 

 

वायरल हुआ तो आईएएस अफसर ने भी पोस्ट किया वीडियो 
वायरल वीडियो में यह भी दावा किया जाता है कि घड़ी में लगे स्कैनर की मदद से वह लड़का उस कार के शीशे पर लगे फास्टटैग के अकाउंट में जमा राशि को भी निकाल लेता है। यह वीडियो वायरल हुआ, तो छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी अवनीश शरण ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट कर दिया। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा था, क्या ये सही है? हालांकि, बाद में जांच में सामने आया कि यह वीडियो सही नहीं है और पहले से इसकी स्क्रिप्ट तैयार थी। इसके बाद आईएएस अधिकारी ने भी वीडियो हटा लिया। 

दो युवकों ने बनाया था वीडियो, जांच में निकला प्लांड
दावा किया जा रहा है कि दो युवक कार से कहीं जा रहे थे। तभी रास्ते में एक जगह कार रूकती है। एक लड़का वहां आता है। कार का शीशा साफ करता है, मगर पैसे लिए बिना वहां से चला जाता है। कार से एक युवक शक होने पर लड़के का पीछा करता है, मगर वह फिर नहीं मिलता। इसके बाद दोनों युवक वीडियो में इसे फास्टटैग घोटाले (Fastag Scam) से जुड़ा मामला बताते हैं। हालांकि, बाद में यह वीडियो भी डिलीट कर दिया जाता है। ऐसे में में जब इस वीडियो की जांच की गई तो पता चला कि यह पहले से प्लांड वीडियो था। 

 

 

एनईटीसी ने भी दिया जवाब- फास्टैग पूरी तरह सुरक्षित 
वीडियो वायरल होने के बाद फास्टैग की तरफ से इस पर जवाब दिया गया। सोशल मीडिया पर अपने ट्विटर अकाउंट से रिप्लाई करते हुए बताया गया कि फास्टैग लेनदेन केवल  रजिस्टर्ड व्यापारी, जिनमें टोल और पार्किंग प्लाजा ऑपरेटर शामिल हैं, ही कर सकते हैं। यह केवल संबंधित लोकेशन से एनपीसीआई की ओर से ऑनबोर्ड है। कोई भी अनाधिकृत यंत्र से एनईटीसी फास्टैग पर वित्तीय लेन या देन नहीं कर सकता। फास्टैग पूरी तरह सुरक्षित है। 

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