सार

चीन के एक चिड़ियाघर में पांडा की जगह रंगे हुए कुत्तों को देखकर दर्शक भड़क गए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में 'पांडा' को भौंकते हुए देखा जा सकता है, जिससे चिड़ियाघर की पोल खुल गई।

दुनिया के सबसे मनमोहक जानवरों में से एक हैं पांडा। उनके खेल देखना अपने आप में बहुत ही मजेदार होता है। पांडा के लिए ही चीन में कुछ संरक्षण योजनाएं भी हैं। लेकिन, चीन के शानवेई चिड़ियाघर के कर्मचारियों को अपने चिड़ियाघर के लिए पांडा नहीं मिल रहे थे। फिर उन्होंने क्या सोचा? उन्होंने चाउ चाउ कुत्तों को पांडा की तरह रंगकर चिड़ियाघर में दर्शकों के लिए तैयार कर दिया। लेकिन जब चिड़ियाघर में आये दर्शकों के सामने पांडा ने सीधे भौंकना शुरू कर दिया तो दर्शक भड़क गए। चिड़ियाघर कर्मचारियों की इस धोखाधड़ी के खिलाफ जब दर्शकों ने शिकायत की तो हंगामा मच गया। 

दर्शक जब चिड़ियाघर पहुंचे तो उन्होंने सुंदर पांडा की जगह चार पैरों पर चलने वाला जीभ बाहर निकाले एक अलग ही नस्ल का जानवर देखा। इतना ही नहीं, ये दर्शकों को देखकर भौंक भी रहे थे। पूछने पर चिड़ियाघर ने दावा किया कि यह 'पांडा कुत्तों' की एक विशेष नस्ल है। लेकिन गौर से देखने पर पता चला कि उत्तरी चीन में पायी जाने वाली स्पिट्ज नस्ल के चाउ चाउ कुत्तों को रंगकर पांडा बनाया गया है। दर्शकों द्वारा फिल्माया गया वीडियो चीनी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, भौंकते "पांडा" की असलियत जानने के बाद नाराज दर्शकों ने अपने पैसे वापस मांगे। खबर के विवादों में आने के बाद चिड़ियाघर को यह स्वीकार करना पड़ा कि उनके पांडा असल में रंगे हुए चाउ चाउ कुत्ते हैं। 

 

 

ऐसा पहली बार नहीं है जब चीनी चिड़ियाघर अधिकारियों ने इस तरह का कारनामा किया है। इससे पहले भी जियांग्सू प्रांत के ताइझो चिड़ियाघर में चाउ चाउ कुत्तों को रंगकर पांडा बनाकर प्रदर्शित किया गया था। एक अन्य चीनी चिड़ियाघर में असली भालू न मिलने पर एक आदमी को भालू की पोशाक पहनाकर चिड़ियाघर के पिंजरे में लेटा दिया गया था, जो काफी विवादों में रहा था। चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर कुछ लोगों ने लिखा कि चाउ चाउ कुत्तों को रंगने से उनकी संवेदनशील त्वचा और घने बाल प्रभावित हो सकते हैं और इससे उन्हें त्वचा रोग हो सकते हैं। हालांकि, अधिकारियों ने तर्क दिया कि अगर इंसान रंग का इस्तेमाल कर सकते हैं तो उसे कुत्तों पर भी क्यों नहीं आजमाया जा सकता। अमेरिकन केनेल क्लब का दावा है कि चाउ चाउ को अक्सर 'प्राचीन चीन का बहुउद्देशीय कुत्ता' कहा जाता है। हालाँकि उनमें स्वाभाविक रूप से पांडा जैसे निशान नहीं होते हैं, लेकिन लाल, काले, नीले, क्रीम सहित कई रंगों में उनका रूप बहुत आकर्षक होता है।