सार
डॉक्टर ने चेताया कि डायबिटीज के रोगियों को स्टेरॉयड की ज्यादा खुराक लेने से बचना चाहिए। अगर पहले से ही स्टेरॉयड ले रहे हैं तो डॉक्टर को इस बारे में सूचित करें। भारत में डायबिटीज के बहुत ज्यादा रोगी हैं। ऐसे में स्टेरॉयड के अंधाधुंध उपयोग से संक्रमण या फंगल का खतरा रहता है।
नई दिल्ली. कोरोना महामारी में जब भी कोई व्यक्ति संक्रमित होता है तो उसे स्टेरॉयड दिया जाता है। लेकिन स्टेरॉयड देने में जो सावधानी रखनी चाहिए उसका ध्यान नहीं दिया जाता है। नतीजा ये होता है कि मरीज ठीक होने की बजाय दूसरी बीमारी से ग्रसित हो जाता है।
स्टेरॉयड पर डब्ल्यूएचओ ने क्या कहा?
डब्ल्यूएचओ ने सितंबर 2020 में कोविड में उपचार के लिए स्टेरॉयड - डेक्सामेथासोन और अन्य कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स के इस्तेमाल पर गाइडलाइन जारी किया था। इसने दो सिफारिशें की गई थीं।
- सिफारिश 1:
डब्ल्यूएचओ ने कहा था कि कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स (डेक्सामेथासोन, हाइड्रोकार्टिसोन या प्रेडनिसोन) को कोरोना के गंभीर रोगियों को दिया जाना चाहिए। फेफड़ों की श्वास नली में सूजन और म्यूकस उत्पादन को कम करने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का इस्तेमाल होता है। - सिफारिश 2:
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोविड के जो रोगी गंभीर नहीं है उनके लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स का इस्तेमाल गलत है। जब तक कि रोगी पहले से ही किसी अन्य बीमारी के लिए यह दवा नहीं ले रहा हो।
कितना स्टेरॉयड लेना चाहिए?
स्टेरॉयड 7 से 10 दिन तक ही लेना चाहिए। इससे ज्यादा नहीं। रोज का डोज 6 मिलीग्राम डेक्सामेथासोन, 160 मिलीग्राम हाइड्रोकार्टिसोन (50 मिलीग्राम हर 8 घंटे या 100 मिलीग्राम हर 12 घंटे), 40 मिलीग्राम प्रेडनिसोन, 32 मिलीग्राम मेथिलप्रेडनिसोलोन (हर 6 घंटे में 8 मिलीग्राम) के बराबर होना चाहिए।
आमतौर पर कहां इस्तेमाल होता है स्टेरॉयड?
स्टेरॉयड और इसके उपयोग पर नानावती मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के निदेशक क्रिटिकल केयर डॉक्टर अब्दुल समद अंसारी ने कहा, स्टेरॉयड सूजन से जुड़े संक्रमण को कम करने के लिए प्रभावी हैं, लेकिन उसे डॉक्टरी परामर्श के साथ समय रहते ही लेना चाहिए।
उन्होंने कहा, स्टेरॉयड का उपयोग लगातार बुखार, ऑक्सीजन की कमी या 5-7 दिनों से अधिक समय तक नाक की सूजन के कारण बिगड़ती खांसी वाले रोगियों तक सीमित होना चाहिए। स्टेरॉयड की खुराक किसी भी व्यक्ति के लिए 2mg / किग्रा से अधिक नहीं होनी चाहिए। यानी, 60 किलो वजन वाले व्यक्ति के लिए स्टेरॉयड का उपयोग 120 मिलीग्राम से कम होना चाहिए और आदर्श रूप से 60 मिलीग्राम तक सीमित होना चाहिए। खुराक समय के साथ कम होती जानी चाहिए।
फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टर प्रदीप शाह ने कहा, स्टेरॉयड का इस्तेमाल ज्यादातर नसों में सूजन, मांसपेशियों की सूजन के उपचार के लिए किया जाता है। इसका संक्रमण के इलाज के लिए भी इस्तेमाल होता है।
स्टेरॉयड लेने से क्या-क्या दिक्कत आ सकती है?
- खाना न पचना
- ज्यादा भूख लगना
- अचानक वजन बढ़ना
- सोने में कठिनाई
- मूड-व्यवहार में बदलाव
- चिड़चिड़ापन होना
- बेचैनी महसूस करना
- चेचक, दाद का खतरा
- हाई ब्लड शुगर होना
Asianet News का विनम्र अनुरोधः आईए साथ मिलकर कोरोना को हराएं, जिंदगी को जिताएं...। जब भी घर से बाहर निकलें माॅस्क जरूर पहनें, हाथों को सैनिटाइज करते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। वैक्सीन लगवाएं। हमसब मिलकर कोरोना के खिलाफ जंग जीतेंगे और कोविड चेन को तोडेंगे। #ANCares #IndiaFightsCorona