सार
कर्नाटक सरकार ने हिजाब पर बैन लगा दिया है, जिसके बाद देश की सियासत गरमा गई है, इस मुद्दे पर आज हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है, लेकिन आज हम आपको हिजाब को लेकर रोचक जानकारी देने जा रहे हैं, जिसे पढ़कर आप हैरान हो जाएंगे, दरअसल, कई ऐसे मुस्लिम राष्ट्र हैं, जहां पर हिजाब पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
नई दिल्ली : कर्नाटक सरकार ने स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिसको लेकर देश की सियासत गरमा गई है। देशभर के कई राज्यों में हिजाब को लेकर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। इसी बीच कर्नाटक के बाद मध्य प्रदेश सरकार की हिजाब को बैन करने की तैयार में जुट गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि सीरिया जैसे कई ऐसे मुस्लिम राष्ट्र हैं, जहां पर स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब पहनने या चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। आइए बताते हैं दुनिया के कुछ मुस्लिम राष्ट्र हैं जहां पर स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पहनने बैन लगा हुआ है..
सीरिया में स्कूलों में हिजाब पहनने पर रोक
मुस्लिम राष्ट्र सीरिया में साल 2010 से ही स्कूल और कॉलेजों में हिजाब (Hijab Ban) पहनने पर रोक लगा दी गई थी। सीरियाई सरकार के मुताबिक, हिजाब पहनना सीरिया के धर्मनिरपेक्ष और शैक्षणिक सिद्धांतों के विपरीत हैं। यहां पर स्कूल और कॉलेज में अगर कोई हिजाब पहनने हुए पकड़ा जाता है तो उसे जुर्माना भी देना पड़ता है।
अल्जीरिया में जुर्माने का प्रावधान
अज्लीरिया में भी स्कूलों-कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर हिजाब पर बैन लगा हुआ है, अल्जीरिया सरकार ने 2018 में हिजाब पर बैन लगाने वाला कानून पारित किया था। अल्जीरियाई सरकार ने इस बात का हवाला देते हुए हिजाब पर बैन लगाया था कि सार्वजनिक स्थलों पर हिजाब पहनने से महिलाओं को पहचाने में दिक्कत होती है।
मिस्र में स्कूलों में हिजाब पहनने पर लगा है बैन
मिस्र में साल 2020 से ही स्कूल और कॉलेजों में हिजाब (Hijab Ban) पहनने पर रोक लगा दी गई थी। दरअसल, काहिरा विश्वविद्याल ने प्रोफेसरों को हिजाब पहनने या चेहरा ढकने पर प्रतिबंधित लगा दिया था, जिसके बाद यह मामला कोर्ट पहुंचा था, लेकिन कोर्ट ने विश्वविद्यालय के इस फैसले को ठहराया था। यहां पर स्कूल और कॉलेज में अगर कोई हिजाब पहनने हुए पकड़ा जाता है तो उसे जुर्माना भी देना पड़ता है।
तुर्की में पहले लगा था प्रतिबंध
तुर्की में 2013 में विश्वविद्यालयों और सार्वजनिक भवनों में हिजाब पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, हालांकि 7 फरवरी 2008 को तुर्की संसद ने संविधान में एक संशोधन पारित किया, जिसमें महिलाओं को तुर्की के विश्वविद्यालयों में हिजाब पहनने की अनुमति फिर से दी गई।