सार

ब्रिटेन समेत दुनिया के कई ऐसे देश हैं, जहां पर स्कूलों में हिजाब पहना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है, आपको जानकार हैरानी होगी, इस लिस्ट पाकिस्तान का खास दोस्त चीन भी शामिल है.   
 

नई दिल्ली  : कर्नाटक सरकार स्कूलों पर हिजाब पर प्रतिबंध लगा दिया है।  जिसको लेकर देश की सियासत गर्म हो है। देशभर के कई राज्यों में हिजाब को लेकर प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। इसी बीच कर्नाटक के बाद मध्य प्रदेश सरकार की हिजाब को बैन करने की तैयार में जुट गया है। आपको जानकर हैरानी होगी कि फ्रांस समेत दुनिया के कई देश हैं, जहां पर स्कूलों में हिजाब पर पूर्ण प्रतिबंध लगा है। इतना ही नहीं है अमेरिका सहित कई देश हैं, जहां पर आधिकारिक रूप से स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध तो नहीं लगा लेकिन वहां पर भी किसी विशेष धर्म को परिभाषित करने वाले कपड़ो को स्कूलों में पहनकर जाने की अनुमति नहीं है। आइए बताते हैं दुनिया के कुछ ऐसे देश जहां पर हिजाब पहनने और मुसलमानों के पहनावे पर कई तरह के प्रतिबंध लगे हुए हैं...

2004 में ही फ्रांस में लगा था हिजाब पर प्रतिबंध
फ्रांस यूरोप महाद्वीप का पहला देश है, जहां पर सबसे पहले 2004 में स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगया था। इसके लिए फ्रांस सरकार ने कहा था कि ये कपड़े एक विशेष धर्म को परिभाषित करते हैं, इसके बाद फ्रांस सरकार ने 2011 में सार्वजनिक स्थानों पर भी चेहरा ढकने पर प्रतिबंध लगा दिया। इस दौरान फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति ने कहा था कि हिजाब पहनने वालों लोगों को फ्रांस में स्वागत नहीं है। 

रूस में भी लगा है प्रतिबंध
रूस ने 2012 में स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाया था, जिसके बाद ये मामला वहां की सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया था और कोर्ट ने भी सरकार के फैसले को सही ठहराया था और हिजाब पहनने पर बैन लगा दिया था। 

चीन में भी लगा है हिजाब पर बैन
चीन की शी जिनपिंग सरकार ने भी स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। चीन ने उत्सुल मुसलमानों के पारंपरिक पहनावे पर भी रोक लगाई हुई है। चीन में धार्मिकता को परिभाषित करने वाले पहनावे के साथ स्कूली और सरकारी कार्यालयों में एंट्री नहीं है। इसके अतिरिक्त चीन ने दाढ़ी बढ़ाने पर भी प्रतिबंधित लगया हुआ है।

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ब्रिटेन में भेदभाव को बढ़ाव देने वाले ड्रेस कोड पर प्रतिबंध
ब्रिटेन में भी स्कूली ड्रेस को लेकर कोई खास कानून नहीं है, स्कूलों का ड्रेस को  आम तौर पर अलग-अलग स्कूलों के लिए निर्धारित किया जाता है। हालांकि, स्कूल विशेष विशेष समुदाय औय धर्म को परिभाषित करने वाले ड्रेस कोड नहीं लागू कर सकते हैं। यहां पर स्कूल प्रबंधन को यह सुनिश्चित करना होता है कि स्कूल की नीतियां निष्पक्ष हैं और गैर-भेदभावपूर्ण हों। देखा जाए तो यहां पर भी अमेरिका की भांति स्कूलों में किसी भी विशेष धर्म को बढ़ावा देने वाले कपड़ो को स्कूलों में पहनकर आने की अनुमति नहीं है।

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बुल्गेरिया में लगा है पूर्ण प्रतिबंध 
बुल्गारिया (Bulgaria) में चेहरा ढकने को लेकर सरकार ने सख्त कानून लागू किये हैं। यहां हिजाब पहनना (Wearing Hijab) ढकना गैरकानूनी है। बुल्गेरिया सरकार ने आतंकवादी गतिविधियों को देखकर यह निर्णय लिया था।

डेनमार्क में 12 हजार जुर्माने का प्रावधान 
डेनमार्क में भी हिजाब पहननान पूरी तरह से प्रतिबंधित है,  इसलिए लिए डेनमार्क सरकार ने सख्स कानून लागू किए हैं, यहां पर हिजाब पहनने या फिर चेहरे को ढकने लोगों को  पकड़ने जाने पर 12 हजार का जुर्माना देना पड़ता है।  दोबारा पकड़े जाने पर ये राशि बढ़कर करीब 85 हजार रुपये हो जाती है।

नीदरलैंड में चेहरा ढकना अपराध
नीदरलैंड ने भी इसी समय कुछ सार्वजनिक स्थानों जिसमें स्कूल, अस्पताल, सार्वजनिक परिवहन और सरकारी भवनों में हिजाब या चेहरा ढकने पर रोक लगी है,इतना ही नहीं यदि कोई व्यक्ति हिजाब या चेहरा ढके हुए पकड़ा जाता है तो उसे जुर्माना देना पड़ सकता है।

बेल्जिम में भी लगा है बैन
बेल्जिम में भी स्कूल, अस्पताल, सार्वजनिक परिवहन और सरकारी भवनों में हिजाब या चेहरा ढकने पर रोक लगी हुई है,  यहां पर भी  चेहरा ढकने पर कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है। 

जर्मनी में भी लगा है बैन
जर्मनी में भी हिजाब पहनने पर रोक लगा हुआ है, यहां पर इसको लेकर संसद में एक कानून पास हुआ था, जिसके तहत सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब पहनने की अनुमति नहीं है।

कनाडा में भी लगा है प्रतिबंध
कनाडा में भी सार्वजनिक रूप से चेहरा ढकने या हिजाब पहनने पर रोक लगा हुआ है।  यहां पर सन 2012 में हिजाब पर बैन लगाया गया था।