सार

पति से अलग रह रही एक महिला के साथ रहने वाले 24 वर्षीय युवक ने महिला की बेटी से 40 से ज़्यादा साइकिलों की चोरी करवाई। CCTV कैमरों से दूर वाले रास्तों की पहचान कर 15 वर्षीय बच्ची को साइकिल चुराकर लाने के लिए कहता था।

बेंगलुरु: 15 साल की एक बच्ची को मोहरा बनाकर उसके सौतेले पिता ने 40 साइकिलों पर हाथ साफ कर दिया। यह मामला बेंगलुरु का है। रायचूर का रहने वाला 24 वर्षीय मोहम्मद फैयाजुद्दीन नामक युवक ने 15 वर्षीय बच्ची से साइकिलों की चोरी करवाकर उन्हें बेच दिया। यह युवक बेगुर कोप्पा रोड स्थित हुल्लहल्ली इलाके में दिहाड़ी मजदूरी करता है। 

कर्ज में डूबे होने के कारण उसने नाबालिग बच्ची से चोरी करवानी शुरू कर दी। दक्षिण बेंगलुरु से चुराई गई 22 साइकिलें पुलिस ने बरामद कर ली हैं। इस साल की शुरुआत में ही उन्होंने साइकिल चोरी शुरू कर दी थी। अपनी नई साइकिल चोरी हो जाने के बाद बेंगलुरु के एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी। इसी शिकायत की जांच के दौरान पुलिस ने सौतेले पिता और 15 वर्षीय बच्ची को गिरफ्तार कर लिया। ये दोनों मॉल और फ्लैट के आसपास खड़ी साइकिलों को बड़ी ही चालाकी से चुरा लेते थे। ज़्यादातर जगहों पर लगे CCTV कैमरों में 15 वर्षीय बच्ची कैद हो गई थी। अगर कोई साइकिल में ताला नहीं लगाता था तो उस साइकिल को उसका सौतेला पिता अपने साथ स्कूटर पर घुमाकर देखता था और फिर उसे चुरा लेता था। 

जब 15 वर्षीय बच्ची चोरी की साइकिल लेकर आती थी तो फैयाजुद्दीन उस बच्ची के आगे-पीछे अपनी मोटरसाइकिल लेकर चलता था। चोरी के बाद CCTV फुटेज में साइकिल के साथ बच्ची बहुत कम ही दिखाई देती थी। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने पहले से ही CCTV कैमरों से दूर वाले रास्तों की पहचान कर रखी थी और फिर चोरी की वारदात को अंजाम देता था। वह इन साइकिलों को सेकंड हैंड साइकिल के तौर पर लोगों को बेच देता था। पुलिस के मुताबिक, उसने एक साइकिल को दस हज़ार रुपये तक में बेचा है। 

रायचूर से बेंगलुरु आने के बाद उसकी मुलाकात एक 30 वर्षीय महिला से हुई थी, जो अपने पति से अलग रह रही थी। इसके बाद से वह उसी महिला के साथ रहने लगा था। इसी महिला की बेटी से वह चोरी करवाता था। बच्ची स्कूल नहीं जाती थी। 30 वर्षीय महिला से उसे डेढ़ साल का एक बेटा भी है। 24 सितंबर को इन दोनों ने एक 9 वर्षीय बच्चे की साइकिल चुराई थी, जिसकी शिकायत बच्चे ने पुलिस से की थी। इसी शिकायत के बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। 9 वर्षीय बच्चे को बड़ी मुश्किल से साइकिल मिली थी, इसलिए उसने पुलिस से मदद मांगी। 

ये दोनों बच्चों के स्विमिंग पूल, स्केटिंग जोन, पार्क, ट्यूशन सेंटर और अपार्टमेंट के आसपास से साइकिलों की चोरी करते थे। चूँकि आरोपी ने एक ही व्यक्ति को कई साइकिलें नहीं बेची थीं और वह उन लोगों को पहले से जानता भी नहीं था, इसलिए पुलिस उन लोगों तक नहीं पहुँच पाई। इसके अलावा, कई लोगों ने तो अपनी साइकिल चोरी होने की शिकायत ही दर्ज नहीं करवाई थी। ऐसे में पुलिस के लिए यह मामला सिरदर्द बन गया है।