सार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लखनऊ के लोकभवन में पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजेपयी की प्रतिमा का अनवारण किया। 25 दिसंबर को अटल जी के जन्मदिन के अवसर पर इस प्रतिमा का अनावरण किया गया। 25 फिट ऊंची पूर्व पीएम की ये प्रतिमा ब्रॉन्ज की बनी हुई है।

लखनऊ(Uttar Pradesh ). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लखनऊ के लोकभवन में पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजेपयी की प्रतिमा का अनवारण किया। 25 दिसंबर को अटल जी के जन्मदिन के अवसर पर इस प्रतिमा का अनावरण किया गया। 25 फिट ऊंची पूर्व पीएम की ये प्रतिमा ब्रॉन्ज की बनी हुई है। AISANET NEWS HINDI ने इस प्रतिमा को बनाने वाले मूर्तिकार राजकुमार पंडित से बात किया। उन्होंने इस प्रतिमा के बारे में कई अनसुनी बातें शेयर किया। 

गौरतलब है कि 25 दिसंबर को पूर्व पीएम भारत रत्न स्व.अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन मनाया जाता है। इस बार यूपी में उनका जन्मदिन कुछ खास  तरीके से मनाया गया। लखनऊ के लोकभवन में उनकी 25 फिट ऊंची धातु से बनी प्रतिमा का अनावरण किया गया। खास ये रहा कि इस प्रतिमा का अनावरण करने स्वयं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद थे। उनके साथ यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत यूपी सरकार के कई मंत्री में मौजूद थे। 

35 लोगों ने 6 महीने में बनाई मूर्ति 
राजस्थान के जयपुर वर्क्स फॉर आर्टिस्ट फाउंड्री के डायरेक्टर मूर्तिकार राजकुमार पंडित ने बताया कि "इस मूर्ति को बनाने के लिए हमे फरवरी 2019 में आर्डर मिला था। उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की ओर से हमे ये मूर्ति 15 दिसंबर के पूर्व बनाकर हैंडओवर करने को कहा गया था। हमने 10 दिसंबर को मूर्ति बनाकर उसे लखनऊ भेज दिया। राजकुमार ने बताया कि हमारी 35 लोगों की टीम ने रोज 8 घंटे इस मूर्ति को बनाने में काम किया। जिसके बाद 6 महीने में इसका निर्माण कार्य पूरा हो सका।" 

पत्नी और गुरू का मिला विशेष सहयोग 
मूलतः बिहार के रहने वाले मूर्तिकार राजकुमार पंडित के पिता भी मूर्तिकार थे। वह मिट्टी की मूर्तियां बनाते थे। शुरू में उन्ही से राजकुमार ने ये कला सीखी थी। राजकुमार बताते हैं," अटल जी की प्रतिमा बनाने को लेकर हम खासे उत्साहित थे। इस मूर्ति का अनावरण अटल जी के जन्मदिन के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाना था ऐसे में इसकी बनावट में कोई चूक न हो इसका खास ध्यान रखा गया था। मेरी पत्नी अंजली भी आर्टिस्ट हैं। इस प्रतिमा को डिजाइन करने में उनका काफी सहयोग रहा। इसके आलावा मैंने अपने गुरु गणेश कुमार का भी इसमें सहयोग लिया। हांलाकि इस मूर्ति की तारीफ़ पीएम मोदी ने भी की इससे हमे लगा कि हमारी मेहनत सफल रही।" 

90 लाख की लागत से बनी है प्रतिमा कभी कम नहीं होगी चमक 
मूर्तिकार राजकुमार ने बताया, "इस मूर्ति को बनाने में ब्रॉन्ज का प्रयोग किया गया है। जिसमे सबसे अधिक मात्रा कांस्य की होती है। इसके अलावा तकरीबन आधा दर्जन अन्य धातुएं इसकी मजबूती व चमक के लिए प्रयोग के गई है। इस मूर्ति की चमक सालों साल ऐसे ही बनी रहेगी। इसकी चमक फीकी नहीं होगी। इस मूर्ति को बनाने में तकरीबन 90 लाख रूपए का खर्च आया है।" 

देश के कई हिस्सो में लगा चुके हैं प्रतिमाएं 
राजकुमार पंडित ने बताया,   "हम देश के कई हिस्सों में प्रतिमाएं लगा चुके हैं। कुछ दिनों पूर्व हमने भोपाल में भारत माता की प्रतिमा लगाई थी। उसके अलावा जयपुर के एक स्टेडियम में अर्जुन की प्रतिमा भी लगा चुके हैं। इसके अलावा यूपी में लगने के लिए हम अभी हेमवती नंदन बहगुणा की प्रतिमा बना रहे हैं। उसके लिए भी संस्कृति विभाग ने ही हमे आर्डर दिया है।"