सार
यूपी की ताजनगरी आगरा में स्थित राजामंडी रेलवे स्टेशन में चामुंडा मंदिर को लेकर डीआरएम ने चेतावनी दी है। डीआरएम ने पत्र जारी कर स्टेशन में स्थित मंदिर को हटाने के लिए कहा है। चामुंडा मंदिर का हिस्सा स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर स्थित है।
आगरा: उत्तर प्रदेश की जिले आगरा में स्थित राजामंडी रेलवे स्टेशन पर स्थित चामुंडा मंदिर को लेकर काफी लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। लेकिन लंबे समय से चल रहे विवाद के बाद डीआरएम आनंद स्वरूप ने अतिक्रमण न हटने पर स्टेशन को बंद करने की चेतावनी दी है। डीआरएम ने ट्वीट कर कहा कि रेलवे की जमीन पर मंदिर द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया गया है। उन्होंने कहा कि 72 वर्ग मीटर का अवैध निर्माण प्लेटफॉर्म से नहीं हटाया गया तो यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे स्टेशन को बंद किया जा सकता है।
शेड्यूल ऑफ डायमेंशन का उल्लंघन
रेलवे स्टेशन पर स्थित मंदिर को लेकर डीआरएम ने एक पत्र जारी कर कहा कि मंदिर का क्षेत्रफल 1716 वर्ग मीटर है। जिसमें से 600 वर्ग मीटर में मंदिर का भवन बना हुआ है। उनके मुताबिक इसमें से 72 वर्ग मीटर अवैध निर्माण प्लेटफॉर्म नंबर एक पर हुआ है। जिसकी वजह से यह रेलवे के शेड्यूल ऑफ डायमेंशन का उल्लंघन है। डीआरएम ने पत्र जारी कर इसी 72 वर्ग मीटर अवैध निर्माण को हटाने को कहा है।
ट्रेनों की स्पीड 150 किमी तक बढ़ाई जाए
डीआरएम ने भारत सरकार की मंशाओं के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सररकार की मंशा है कि ट्रेनों की स्पीड 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक बढ़ाई जाए। लेकिन स्टेशन में अवैध रूप से निर्माण होने की वजह से संभव नहीं हो पा रहा है। पटरियां भी काफी वक्राकार है जिसकी वजह से ट्रेन की अधिकतम स्पीड 30 किमी प्रतिघंटा ही रहती है। इसके अलावा दैनिक यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी यह खतरा है।
इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि आगरा-दिल्ली मार्ग पर ट्रेनों की गति को सुधार के लिए छह करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि रेलवे स्टेशन से अवैध निर्माण को हटाया जाए। अगर यह हट जाता है तो ट्रेन 150 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है। रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक में चामुंडा मंदिर के साथ ही अन्य धार्मिक स्थलों को भी नोटिस जारी किया है। साथ ही कहा है कि अगर अवैध निर्माण नहीं हटता तो स्टेशन को बंद करने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी वजह से दैनिक यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी खतरा मंडरा रहा है।
अंग्रजों को भी आस्था के सामने पड़ा था झुकना
डीआरएम के इस निर्देश के बाद से चामुंडा मंदिर से जुड़े लोग रेलवे की इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। मंदिर से जुड़े लोगों का कहना है कि मंदिर काफी पुराना है और सैंकड़ों लोगों की आस्था इससे जुड़ी है। लोगों का कहना है कि जब अंग्रेज यहां रेल पटरी का निर्माण करा रहे थे तब भी इस मंदिर को हटाने का प्रयास किया गया था। लेकिन आस्था के सामने उन्हें भी झुकना पड़ा था। आपको बता दें कि राजामंडी रेलवे स्टेशन शहर के बीच में स्थित है और इस स्टेशन में रोजाना 23 ट्रेनों का ठहराव होता है। तो वहीं रोजाना पांच हजार से अधिक यात्रियों की आवाजाही होती है।
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