सार

यूपी के जिले बिजनौर में तैनात महिला सिपाही की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वह अवैध तमंचे और कारतूस के साथ देखी जा रही है। बिजनौर के एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने साइबर सेल और सीओ बिजनौर को जांच सौंपी है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के सदर कोतवाली में तैनात एक महिला पुलिसकर्मी का अवैध तमंचा और कारतूस के साथ फोटो वायरल हो रहा है। जिसके बाद से यह मामला समय के साथ तूल भी पकड़ता जा रहा है। इसकी जांच साइबर सेल और सीओ बिजनौर को सौंप दी गई है।

कई सालों पुरानी है फोटो
फोटो वायरल होने के बाद बुलंदशहर पुलिस का कहना है कि फोटो कई साल पुरानी है और जांच करके कार्रवाई की जाएगी। दरअसल बिजनौर कोतवाली में तैनात बुलंदशहर की रहने वाली महिला सिपाही कुमकुम का फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह अवैध तमंचा और कारतूस के साथ दिखाई दे रही है। पुलिस ने इसकी जांच करनी शुरू कर दी साथ ही सीओ सिटी कुलदीप गुप्ता और साइबर सेल को पूरे मामले की जांच सौंपी है।

दहेज को लेकर चल रहा मुकदमा 
एसपी डॉ धर्मवीर सिंह का कहना है कि महिला सिपाही का कहना है कि दहेज का मुकदमा बुलंदशहर में ही लिखा गया है। उस मुकदमे को खत्म कराने के लिए फैसला का दबाव बनाया जा रहा है। इसका फैसला ना करने पर दरोगा ने देख लेने की धमकी भी दी थी लेकिन इसके  बावजूद इस पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी सदर को सौंप दी गई है। 

महिला सिपाही बुलंदशहर की निवासी
डॉ धर्मवीर सिंह आगे कहते है कि महिला सिपाही मूल निवासी बुलंदशहर के नंगली गांव की रहने वाली है। उसकी तैनाती बिजनौर में है। उसका एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें वह अवैध तमंचा कारतूस के साथ दिखाई गई है। पूछताछ में पता चला है कि उसके परिवार का एक दरोगा के साथ दहेज के मामले को लेकर विवाद चल रहा है। महिला सिपाही ने यह भी बताया कि 22 अप्रैल को उसके पिताजी के मोबाइल पर एक कॉल आई थी। जिसमें फैसला करने का दबाव बनाया गया साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी गई थी। 

दोषी पाने पर होगी सख्त कार्रवाई
एसपी आगे कहते है कि इस फोटो को किसके द्वारा सोशल मीडिया पर डाला गया है। यह पता करने के लिए जांच साइबर सेल को सौंपी गई है। अगर जांच में महिला सिपाही दोषी पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।