सार

बीजेपी, कांग्रेस और एसपी जैसी बड़ी पार्टियां सोशल मीडिया का सहारा ले रही हैं। इसके साथ ही वर्चुअल रैली कर मतदाताओं से संवाद कर रहीं हैं। लेकिन बीएसपी यूपी विधानसभा चुनाव साइलेंट मोड पर लड़ रही है। 

सुमित शर्मा

कानपुर: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Election) कोरोना काल में संपन्न हो रहा है। बीजेपी (BJP), कांग्रेस (Congress) और एसपी (SP) जैसी बड़ी पार्टियां सोशल मीडिया का सहारा ले रही हैं। इसके साथ ही वर्चुअल रैली कर मतदाताओं से संवाद कर रहीं हैं। लेकिन बीएसपी (BSP) यूपी विधानसभा चुनाव साइलेंट मोड पर लड़ रही है। बीएसपी कार्यकर्ता जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। बीएसपी सुप्रीमों मायावती (Mayawati) के कार्यकर्ता जमीन पर उतर कर बीजपी और एसपी के वोट बैंक में सेंध लगाने का काम कर रही हैं।

कानपुर और कानपुर-बुंदेलखंड में तीसरे चरण में मतदान होना है। कानपुर-बुंदेलखंड में नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख भी निकल चुकी है। राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों की नामाकंन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। यदि राजनीतिक पार्टियों की बात की जाए बीजेपी, कांग्रेस और एसपी का चुनावी अभियान दिख रहा है। लेकिन बीएसपी का चुनावी अभियान चर्चा में नहीं है। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि बीएसपी डोर टू डोर जनसंपर्क नहीं कर रही है। बल्कि ये कहा जा सकता है कि जिस स्तर पर बीएसपी का जनसंपर्क चल रहा है। किसी और राजनीतिक पार्टी का जनसंपर्क नहीं चल रहा है।

2007 मॉडल पर चुनाव लड़ रही बीएसपी
बीएसपी सुप्रीमों मायावती 2007 के मॉडल पर विधानसभा चुनाव लड़ रही हैं। बसपा सुप्रीमों की नजर ब्राह्मण वोट बैंक पर है। विधानसभा चुनाव से पहले बीएसपी ने यूपी के सभी जिलों में प्रबुद्धवर्ग सम्मेलन का आयोजन किया था। प्रबुधद्ध वर्ग सम्मेलन को बीएसपी जमीन पर लेकर उतरी है। ब्राह्मण वोट बैंक बीजेपी का माना जाता है। बीएसपी की नजर इसी वोट बैंक पर है। इसके साथ ही बीएसपी ओबीसी वोट बैंक में सेंध लगा रही है।

बीजेपी के मजबूत किले में मंद है हाथी की चाल
कानपुर-बुंदेलखंड बीजेपी का सबसे मजबूत किला है। बीजेपी के किले में बीएसपी का हाथी मंद चाल से चलकर लोगों तक पहुंच रहा है। यदि विधानसभा चुनाव 2017 की बात की जाए तो कानपुर-बुंदेलखंड की 52 विधानसभा सीटों में 42 सीटों पर बीएसपी सेकेंड रनर पार्टी थी। बीएसपी जिन सीटों पर दूसरे नंबर दो रही थी, उन सीटों पर जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है।

एसपी के गढ़ में भी बीएसपी कर रही सेंधमारी
बीएसपी की नजर बीजपी के साथ ही एसपी के गढ़ में सेंधमारी कर रही है। एसपी के गढ़ कहे जाने कन्नौज और इटावा में बीएसपी जमीनी स्तर पर काम कर रही है। कन्नौज की सदर सीट पर भी बीएसपी का कैंडिडेट दूसरे नबंर था। वहीं बीएसपी ने इटावा की जसवंतनगर सीट पर शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ प्रत्याशी उतारा है।