सार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रोटेम स्पीकर के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद सभी आला अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में उनके साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे। उन्होंने महत्वपूर्ण बैठक में सभी वरिष्ठ अधिकारियों को सरकार की वरीयता से अवगत कराते हुए कहा कि अपनी कार्ययोजना तैयार कर लें।
लखनऊ: सीएम योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कैबिनेट की पहली बैठक के बाद प्रोटेम स्पीकर के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। उसके बाद उन्होंने शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों को सरकार की वरीयता से अवगत कराया। योजना भवन में आयोजित इस बैठक में उन्होंने सभी से अपनी-अपनी भूमिका भी तय करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने सभी आला अधिकारियों से स्पष्ट कह दिया कि कार्य में तेजी के साथ-साथ पारदर्शिता भी लाएं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण करने के 24 घंटे के अंदर की कैबिनेट बैठक की। साथ ही शपथ ग्रहण के अगले ही दिन अधिकारियों को जनता के प्रति जवाबदेह होने का निर्देश भी दिया। शनिवार को शासन स्तर के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री योगी ने सभी विभागों को अगले सौ दिन, छह माह और वार्षिक कार्ययोजना तैयार करने का कहा है। उसके बाद यह कार्ययोजना मंत्रिपरिषद के सामने प्रस्तुत करनी है। इसके लिए समय-सारणी जल्द ही घोषित होगी।
डिप्टी सीएम, सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ की बैठक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए। योजना भवन में हो रही इस बैठक में तीनों ने ही सभी अधिकारियों को भारतीय जनता पार्टी के लोक कल्याण संकल्प पत्र के बिंदुओं को याद करने की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा है कि साल 2017 में घोषित संकल्प पत्र के सभी बिंदुओं को यथार्थ में बदलने में अधिकारियों ने पूरी ईमानदारी से प्रयास किया। जिसका परिणाम रहा कि दशकों बाद जनता ने यूपी में सकारात्मक बदलाव का अनुभव किया।
यूपी को देश की नम्बर-वन अर्थव्यवस्था बनाने का रखा लक्ष्य
सीएम योगी ने कहा कि हमारे समक्ष उत्तर प्रदेश को देश का नम्बर वन राज्य और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को देश की नम्बर-वन अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है। अन्तर्विभागीय समन्वय और टीम वर्क के साथ भविष्य का रोडमैप तैयार किया जाए। इसके लिए टीम यूपी को पूरी प्रतिबद्धता के साथ लगना होगा। राज्य की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन बनाने के लिए 10 प्राथमिक सेक्टरों को चिन्हित किया जाए। उसके लिए नियमित रूप से समीक्षा की जाए। राज्य के मुख्य सचिव साप्ताहिक समीक्षा करें तथा मुख्यमंत्री इसकी पाक्षिक समीक्षा करेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शासन की कार्यप्रणाली में दक्षता, पारदर्शिता और समयबद्धता पर जोर देते हुए सरकार की सभी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में तकनीक के साथ-साथ अन्तर विभागीय समन्वय को और बढ़ाये जाने की आवश्यकता जताई। इसके साथ ही उन्होंने अफसरों को आम जनता के प्रति बेहद संवेदनशील होने के निर्देश देते हुए कहा कि हमारी सरकार अंत्योदय के लिए संकल्पित हैं। तो इसके लिए सुनिश्चित किया जाए कि गांव, गरीब, किसान, महिला और युवा शासन की हर नीति के केंद्र में हों।
2022-2023 के बजट की कर लें तैयारी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वित्तीय साल 2021-2022 समापन की ओर है। इसलिए सभी विभाग अपने-अपने वार्षिक लक्ष्यों की पूर्ति की स्थिति की गहन समीक्षा कर लें। बजट के सदुपयोग का मूल्यांकन करते हुए वित्तीय स्वीकृतियों के सापेक्ष उनके व्यय की स्थिति की पड़ताल कर लें। हर स्थिति में वित्तीय नियमों के अनुरूप कार्यवाही की जाए। भारत सरकार के वर्ष 2022-23 के आम बजट तथा लोक कल्याण संकल्प पत्र-2022 को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार का वर्ष 2022-23 का बजट तैयार किया जाए।
टैक्स भुगतान करने वालों के लिए प्रक्रिया को बनाया जाए सरल
उन्होंने आगे कहा कि यदि भारत सरकार के स्तर से किसी योजना का केन्द्रांश जारी नहीं हो सका है तो अविलम्ब केंद्र से संपर्क कर उसे जल्द से जल्द जारी कराया जाए। इसके साथ ही राजस्व संग्रह पर भी पूरा ध्यान दिया जाए। विकास एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं के वित्त पोषण के लिए ऐसा किया जाना आवश्यक है। टैक्स भुगतान करने वालों के लिए प्रक्रिया को सरल बनाया जाए।
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