सार

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की ओर से 53वां स्थापना दिवस गाजियाबाद के इंदिरापुर में मनाया जा रहा है। इस दौरान गृहमंत्री अमित शाह भी वहां पहुंचे। उन्होंने कहा कि ढाई ट्रिलियन डॉलर की हमारी अर्थतंत्र की विकास यात्रा में एक मौन कर्मयोगी की तरह सीआईएसएफ ने अपना योगदान दिया है। 

गाजियाबाद: केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) रविवार को अपना 53वां स्थापना दिवस मना रहा है। इस बीच गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित सीआईएसएफ कैंप में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहें। इस दौरान उन्हें निशान टोली की सलामी दी गई। 

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि 53 साल के CISF के काम को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यह समस्त देश के औद्योगिक विकास के लिए बहुत ही आवश्यक है। ढाई ट्रिलियन डॉलर की हमारी अर्थतंत्र की विकास यात्रा में एक मौन कर्मयोगी की तरह सीआईएसएफ ने अपना योगदान दिया है। ढाई ट्रिलियन की हमारी यात्रा सीआईएसएफ के बिना असंभव थी। CISF की स्थापना जिस समय पर हुई होगी उस समय दूरदर्शिता का परिचय दिया गया। 

 

अमित शाह ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान वंदे मातरम कार्यक्रम में जब दुनियाभर ले लोग देश वापस आ रहे थे उस समय भी एयरपोर्ट पर CISF के जवान तैनात थे। जवान एयरपोर्ट पर वापस आने वाले लोगों का अभिवादन भी करते थे और लोगों की सुरक्षा का भी ख्याल रखते थे। उस दौरान कई जवान संक्रमित भी हुए और कई ने जान भी गवांई। उन जान गवाने वाले सभी जवानों को श्रद्धांजलि है। आज आपरेशन गंगा के दौरान भी सीआईएसएफ का योगदान अतुलनीय है। जिन जवानों को गणतंत्र दिवस पर पदम मिले उनको भी हार्दिक शुभकामनाएं है।  

10 मार्च को होता है स्थापना दिवस 
गौरतलब है कि सीआईएसएफ का स्थापना दिवस 10 मार्च को होता है। हालांकि यूपी विधानसभा चुनाव की मतगणना भी 10 मार्च को हो रही है, लिहाजा चार दिन पहले ही इस कार्यक्रम को आयोजित किया जा रहा है। ज्ञात हो कि सीआईएसएफ की स्थापना 10 मार्च 1969 को हुई थी। यह अर्द्धसैनिक बल गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है। 

बीजेपी के हिंदुत्व के रास्ते पर सभी राजनीतिक दल, मंदिरों में करते नजर आए पूजा