सार

प्रयागराज में इन दिनों माघ मेला चल रहा है। संगम नगरी की ऐसी कई चीजें हैं जो देश ही नहीं विदेशों में भी मशहूर हैं। जी हां ऐसे ही प्रयागराज की ये मिठाई की दुकान है। प्रयागराज में हीरा हलवाई चौराहा तो सभी जानते हैं। लेकिन ये चौराहा किसके नाम नास से मशहूर है जरा ये भी जान लीजिए

प्रयागराज(Uttar Pradesh ). प्रयागराज में इन दिनों माघ मेला चल रहा है। संगम नगरी की ऐसी कई चीजें हैं जो देश ही नहीं विदेशों में भी मशहूर हैं। जी हां ऐसे ही प्रयागराज की ये मिठाई की दुकान है। प्रयागराज में हीरा हलवाई चौराहा तो सभी जानते हैं। लेकिन ये चौराहा किसके नाम नास से मशहूर है जरा ये भी जान लीजिए। इस चौराहे के किनारे पर स्थित तकरीबन 80 साल पुरानी हीरा हलवाई की दुकान से ही इस चौराहे का भी नाम मशहूर है। इस दुकान की मिठाइयां खाने को लोग दूर-दूर से आते हैं। ASIANET NEWS HINDI ने इस दुकान के मालिक अशोक केसरवानी से बात की। 

आजादी के पहले साल 1938 में प्रयागराज के सिविल लाइंस इलाके से थोड़ी दूर स्थित इस चौराहे पर खुली थी ये मिठाई की दुकान। इस दुकान की मिठाइयों की अच्छी क्वालिटी के कारण ही ये काफी जल्दी मशहूर हो गई। दुकान पर दिन भर अंग्रेज अफसरों की भीड़ रहती थी। लेकिन देश आजाद हुआ अंग्रेज तो चले गए लेकिन ये दुकान अपनी जगह बरकरार रही।  

दूर-दूर से मिठाइयां खाने आते हैं लोग 
दुकान के मालिक अशोक केसरवानी ने बताया कि यह दुकान उनके पिता जी द्वारा सन 1938 में खोली गई थी। उस समय से यहां की बनी मिठाइयों की क्वालिटी व शुद्धता प्रसिद्ध है। इसी कारण से दूर-दूर से लोग इस दुकान की मिठाइयां खाने के लिए आते हैं। दुकान की गुझिया, गुलाबजामुन व नारियल की बर्फी सबसे ज्यादा मशहूर है। 

दो बेटे डॉक्टर तो एक है इंजीनियर 
दुकानदार अशोक केसरवानी ने बताया कि उनका मुख्य व्यवसाय यही मिठाई की दुकान है। वह दो भाई इस दुकान पर बैठते हैं। मेरे दो बेटे हैं ,एक MBBS डॉक्टर है ,जबकि दूसरा बेटा इंजीनियर है। जबकि दूसरे भाई का भी के बेटा MBBS डॉक्टर है। इसके अलावा और बच्चे पढ़ रहे हैं। 

दुकान के नाम से बन गया है चौराहा 
हीरा हलवाई की यह दुकान प्रयागराज के जिस चौराहे पर स्थित है उसका नाम ही हीरा हलवाई चौराहा कर दिया गया है। इस पुरानी दुकान की मिठाइयां खाने के लिए सभी आते हैं। दुकानदार अशोक केसरवानी का दावा है कि उनके यहां कोई भी मिठाई प्रतिदिन सुबह बनती है और शाम तक खत्म हो जाती है। इसके बाद वह अगले दिन ही ग्राहकों के लिए मिल सकती है जब वह फिर से बनेगी। उनके यहां कोई भी सामान बासी नहीं बचता है।