सार

सुभाष बाथम ने 30 जनवरी की दोपहर करथिया में 24 बच्चों को अपने घर बर्थडे पार्टी का बहाना कर के बुलाया था। उसके बाद उसने उन सभी को बंधक बना लिया। आईजी कानपुर रेंज मोहित अग्रवाल की अगुवाई में सुभाष बाथम की अगुवाई में एनकाउंटर कर दिया था, जबकि भीड़ ने उसकी पत्नी रूबी की पिटाई कर दिया था, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी। 
 

फर्रुखाबाद (Uttar Pradesh) ।  मोहम्मदाबाद क्षेत्र के गांव करथिया में एनकाउंटर में मारे सिरफिरे सुभाष बाथम के बेटी को रिश्तेदारों ने भी लेने से इनकार कर दिया है। एक राष्ट्रीय समाचार पत्र के मुताबिक ऐसे में 24 बच्चों को बंधक बनाने वाले इस बदमाश की बेटी गौरी (4) को आईजी कानपुर रेंज मोहित अग्रवाल ने गोद लिया है। उन्होंने कहा कि ये अभी बहुत छोटी बच्ची है, इसका नाम गौरी है। हम लोग इसका पूरा ध्यान रखेंगे और इसे गोद लेंगे। इसको हम बडा अफसर बनाएंगे।

इसलिए ग्रामीणों ने मां तो पुलिस ने पिता को मार दिया था 
सुभाष बाथम ने 30 जनवरी की दोपहर करथिया में 24 बच्चों को अपने घर बर्थडे पार्टी का बहाना कर के बुलाया था। उसके बाद उसने उन सभी को बंधक बना लिया। आरोपी से जब बात करने की कोशिश की गई तो उसने फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस टीम ने पूरे इलाके को घेर लिया था। इसके बाद आईजी कानपुर रेंज मोहित अग्रवाल की अगुवाई में सुभाष बाथम की अगुवाई में एनकाउंटर कर दिया था, जबकि भीड़ ने उसकी पत्नी रूबी की पिटाई कर दिया था, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी। 

1997 बैंच के आईपीएस ने कही ये बातें
मोहित अग्रवाल 1997 बैच के आईपीएस अफसर और कानपुर के आईजी रेंज हैं। वे कहते हैं कि 'इस घटना के बाद इस अनाथ बच्ची को लेने इसके घरवाले या रिश्तेदार नहीं आ रहे थे। ये बच्ची अभी अनाथ और बेसहारा है। इसलिए इसको अब पुलिस विभाग गोद लेगा। 

इस तरह बनाएंगे बड़ा अफसर
आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने कहा कि इस बच्ची को किसी अच्छे हॉस्टल वाले स्कूल में पढायेंगे और आईएएस, आईपीएस जैसा कोई बड़ा अफसर बनवाएंगे। इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा, ताकि ये बच्ची ऐसा न सोचे कि इसका कोई नहीं है। ये अभी बहुत छोटी बच्ची है, इसका नाम गौरी है। हम लोग इसका पूरा ध्यान रखेंगे और इसे गोद लेंगे। इसको हम बडा अफसर बनाएंगे।