सार
कानपुर में सेंट्रल बैंक के लॉकर से चोरी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। करोड़ों के गहने गायब होने के बाद मांग की जा रही है कि इस मामले में उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए। इस दौरान जिन ग्राहकों के लॉकर से यह घटना सामने आई उनके द्वारा जमकर हंगामा भी देखने को मिला।
कानपुर: सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कानपुर कराची खाना शाखा में बैंक लॉकरों से चोरी का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। सूचना मिलने के बाद जब 4 और ग्राहक लॉकर की जांच के लिए पहुंचे तो उसमें से तकरीबन 1.70 करोड़ के गहने पार थे। बैंक में 23 दिनों के भीतर ही ग्राहकों के लॉकरों से 2.15 करोड़ के गहने गायब होने का मामला लगातार चर्चाओं में बना हुआ है।
मामले की जानकारी लोगों के बीच में पहुंचने के बाद मंगलवार को 160 ग्राहकों ने अपने-अपने लॉकर चेक किए। इस दौरान जिन लॉकरों से गहने गायब थे उनको लेकर हंगामा देखने को मिला। साथ आए लोगों ने भी फोरेंसिक जांच की मांग की। बैंक की ओर से 507 लॉकरों को किराए पर उठाया गया है। यह मामला उस दौरान सामने आया जब तीन ग्राहक(मंजू भट्टाचार्या, सीमा गुप्ता, शकुंतला देवी) ने अपने लॉकर खाली होने की जानकारी दी। इन लॉकरों में लाखों रुपए के गहने रखे थे।
एक्सपर्ट के आने पर भी नहीं खुला लॉकर, तोड़ा गया
लॉकर से चोरी के मामले को लेकर जब किराना कारोबारी पंकज गुप्ता पहुंचे तो उनका लॉकर खुला ही नहीं। बैंक प्रबंधन की ओर से इसके बाद एक्सपर्ट को बुलवाया गया। इसके बाद वह पुनः पत्नी निधि गुप्ता के साथ बैंक पहुंचे। एक्सपर्ट ने पहले तो चाभी की मदद से लॉकर को खोलने का प्रयास किया लेकिन सफलता न मिलने पर उसे तोड़ा गया। पंकज गुप्ता के लॉकर से तकरीबन 35 लाख रुपए के गहने गायब थे। जबकि ऐसे ही एक अन्य कारोबारी विजय माहेश्वरी के खाते से भी गहने गायब होने की जानकारी सामने आई। उनके खाते से तकरीबन 20 लाख के गहने गायब थे।
लॉकर खाली देखकर महिला हुई बेहोश
एक्सपर्ट ने जैसे ही लॉकर खोला तो उसमें से सारे गहने गायब थे। इस देखने के बाद पंकज की पत्नी बेहोश हो गईं। जिसके बाद किसी तरह से उन्हें होश में लाया गया। हालांकि इसके बाद परिजन उन्हें लेकर निजी अस्पताल गए। जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया।
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