सार
सुप्रीम कोर्ट ने सभी राजनीतिक पार्टियों को निर्देश दिया है कि वे अपने उन नेताओं की जानकारी वेबसाइट पर डालें, जिनके ऊपर आपराधिक मामले चल रहे हैं। अब सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद एक बार फिर से राजनीति के आपराधीकरण की बातें होने लगी हैं।
लखनऊ (Uttar Pradesh) । सुप्रीम कोर्ट ने सभी राजनीतिक पार्टियों को निर्देश दिया है कि वे अपने उन नेताओं की जानकारी वेबसाइट पर डालें, जिनके ऊपर आपराधिक मामले चल रहे हैं। अब सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद एक बार फिर से राजनीति के आपराधीकरण की बातें होने लगी हैं। ऐसे में हम आपको 2017 के यूपी विधानसभा के चुनाव के दौरान किस दल के कितने इस तरह के विधायक सदन पहुंचे थे, जिन्होंने 2017 में चुनाव के दौरान अपने हलफनामें में इस बात की जानकारी दी थी कि उनके ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि उपचुनाव के बाद इसमें आंशिक परिवर्तन हो गया।
2017 में जीते भाजपा के 114 दागी विधायक
2017 में हुए चुनाव के मुताबिक प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने वाली बीजेपी के 312 विधायकों में से 114 पर आपराधिक मामले दर्ज पाए गए थे। इनमें से 83 विधायकों ने अपने ऊपर संगीन आपराधिक मामले दर्ज होने का खुलासा अपने हलफनामे में किया था।
2017 में विजयी हुए सपा के 14 दागी प्रत्याशी
2017 में समाजवादी पार्टी के 47 विधायक 2017 में सदन पहुंचे। इनमें से 14 ने अपने ऊपर आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी। इन 14 में से 11 के ऊपर संगीन मामले दर्ज हैं।
2017 में सदन पहुंचे बसपा के 5 दागी विधायक
2017 में बसपा के 19 विधायक सदन में पहुंचे। इनमें से 5 पर आपराधिक हैं, जिसमें 4 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
2017 में माननीय बने कांग्रेस के एक प्रत्याशी
2017 में कांग्रेस के 7 विधायक सदन पहुंचे। इनमें से 1 विधायक पर आपराधिक मामला दर्ज हैं, जबकि तीन निर्दलीय विधायकों पर दर्ज भी संगीन आपराधिक मामला दर्ज है।