सार
केदारनाथ मंदिर प्रांगण में यात्रियों के लिए रेन शेल्टर लगाए गए। मौसम बदलते ही चारधाम यात्रियों के लिए खास तैयारी शुरू हो चुकी है। ऐसा सुविधा पहली बार की जा रही है। यात्रा के दौरान बर्फबारी व बारिश होने पर तीर्थयात्रियों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ता था।
देहरादून: उत्तराखंड में बीते महीनों से शुरू चारधाम यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे है। कोरोना काल के लंबे अंतराल की वजह से यात्रियों की भारी संख्या देखी जा रही है। इस बार यात्रियों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। लेकिन मौसम विभाग के अनुसार कुछ जिलों में मौसम बदलने की शूरुआत हो चुकी है। बद्रीनाथ धाम में आज यानी 16 जून की सुबह दस बजे के बाद हल्की बारिश शूरू होने से ठंड बढ़ने लगी है। साथ ही केदारनाथ धाम में बुधवार को हुई बारिश के बाद से ठंडक हो गई है। तो वहीं उत्तरकाशी में भी तापमान गिरा है। मौसम में बदलाव के बीच मानसून को ध्यान में रखते हुए खास तैयारियां की जा रही है। केदारनाथ यात्रियों को पहली बार रेन शेल्टर की सुविधा मिलने जा रही है।
पहली बार रेन शेल्टर की हो रही व्यवस्था
केदारनाथ धाम में दर्शनों के लिए पहुंचने वाले लाखों भक्तो के लिए राहत भरी खबर यह भी है कि दर्शनों के लिए लाइन में खड़े रहने के दौरान तीर्थयात्रियों को बारिश व बर्फ से बचाने के लिए पहली बार केदारनाथ में रेन शेल्टर की व्यवस्था की गई है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार और शुक्रवार को पहाड़ के जिलों में अच्छी बारिश के अनुमान दिए थे और कहा था कि शाम तक मौसम में बदलाव दिखेगा। लेकिन चार धामों में सुबह से ही मौसम बदला है और गर्मी से राहत है।
350 मीटर की दूरी पर बनाए गए शेल्टर
यात्रा के दौरान बर्फबारी व बारिश होने पर तीर्थयात्री परेशान होते थे। यहां तक कि बड़ी संख्या में यात्री हाईपोथर्मिया का भी शिकार होते रहे है। लेकिन अब प्रशासन ने रेन शेल्टर लगा दिए है। जिसके बाद यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए धूप, बर्फबारी और बारिश से बचाव के लिए प्रशासन ने यह पहल की है। खास बात यह है कि ऐसा पहली बार किया जा रहा है। रुद्रप्रयाग के डीएम मयूर दीक्षित के मुताबिक ऐसे शेल्टरों को हेलीपैड तक लगाए जाने की योजना है। वहीं केदारनाथ मंदिर प्रांगण से गोल चबूतरे तक लगभग साढ़े तीन सौ मीटर दूरी पर रेन शेल्टर लगाए गए हैं।