सार

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के सभी बड़े राजनीतिक दल BJP, SP, BSP और कांग्रेस गठबंधन के सहारे दिखाई पड़ रहे हैं। इन छोटे दलों के सहारे ही राजनीतिक दल यूपी में अपनी नैय्या पार लगाने की कोशिश में लगे हुए हैं। 

गौरव शुक्ला
लखनऊ:
यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक पार्टियां अपने सहयोगी दलों के साथ चुनावी नैय्या पार करने की तैयारी में लगी हुई है। इस बीच जाति और क्षेत्रीय समीकरण बैठाने के लिए नेताओं को भी पार्टी में लाने का दौर अपने चरम पर है। यूपी की सियासी जमीन पर प्रमुख चार बड़े दलों को 2022 चुनाव में सीट बंटवारें का गठित बैठाने में भले ही समय ज्यादा लगा हो, लेकिन अब चुनाव से पहले सभी दल अपने गठबंधन को ही सबसे ज्यादा मजबूत और टिकाऊ मान रहे हैं।
 
जाहिर तौर पर दल-बदल और मनचाही विधानसभा क्षेत्र से टिकट को लेकर जिस तरह से बीते दिनों कई बड़े चेहरों ने अपना सियासी ठिकाना बदला है उसके बाद यह कहना कठिन हो चला है कि क्या उनका वोट बैंक भी उन्हीं की तरह चंद पलों में दूसरे दल के खाते में गिरेगा या वह बंट जाएगा? फिलहाल आज हम यूपी की चार प्रमुख पार्टियां भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस के सहयोगी दलों के बारे में बताने जा रहे हैं। 

भारतीय जनता पार्टी ने 2 प्रमुख दलों से किया गठबंधन 
यूपी में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी भी अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। भाजपा अपना दल और निषाद पार्टी के साथ मिलकर यूपी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। इसको लेकर बुधवार 19 जनवरी 2022 को दिल्ली में बैठक हो चुकी है। जिसके बाद सहयोगी दलों के साथ गठबंधन और सीट शेयरिंग को लेकर भी रणनीति तैयार हो चुकी है। हालांकि सीट शेयरिंग का ऐलान अभी नहीं हुआ है। 

समाजवादी पार्टी ने आधा दर्जन से अधिक प्रमुख व कई अन्य दलों से किया गठबंधन
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इन दिनों समाजवादी पार्टी और उसके सहयोगी दलों की चर्चाएं खूब हैं। बीते दिनों अखिलेश यादव ने सहयोगी दलों के साथ एक बैठक भी की थी। सपा के प्रमुख सहयोगी दलों की बात की जाए तो इसमें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी(लोहिया), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, रालोद, जनवादी पार्टी सोशलिस्ट, महान दल, अपना दल कमेरावादी, एनसीपी आदि शामिल हैं। जबकि चुनाव से पहले कई अन्य छोटे दलों ने भी सपा को समर्थन का ऐलान किया है। इसमें प्रमुख रूप से जन अधिकार मंच, जय भारत समानता पार्टी, अखिलेश भारतीय अशोक सेना, मानवता वादी पार्टी, राष्ट्रीय जन सेवक संघ, रोजगार आंदोलन मंच, नेशनल यूथ पार्टी आदि शामिल हैं। 

बहुजन समाज पार्टी ने 10 दलों से किया गठबंधन
विधानसभा चुनाव के लिए बहुजन समाज पार्टी भी पूरी तरह से एक्टिव मोड पर दिखाई दे रही है। बीते दिनों राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने बताया कि बसपा की विचारधारा से प्रेरित होकर 10 दलों ने आगामी चुनाव में समर्थन का ऐलान किया है। जिन 10 राजनीतिक दलों ने बसपा को समर्थन का ऐलान किया है उसमें इंडिया जनशक्ति पार्टी, पच्चासी परिवर्तन समाज पार्टी, विश्व शांति पार्टी, संयुक्त जनादेश पार्टी, आदर्श संग्राम पार्टी, अखंड विकास भारत पार्टी, सर्वजन आवाज पार्टी, आधी आबादी पार्टी, जागरुक जनता पार्टी, सर्वजन सेवा पार्टी शामिल है। 

कांग्रेस को मिला आईएमसी का साथ
यूपी चुनाव में 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' और 40 फीसदी महिला आरक्षण के मुद्दे को लेकर आई कांग्रेस पार्टी भी सहयोगी दलों के साथ चुनाव के लिए आगे बढ़ रही है। बीते दिनों बरेलवी मुसलमानों के धार्मिक गुरु और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल(आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने यूपी में कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन का ऐलान किया। ज्ञात हो कि बीते दिनों गठबंधन का विकल्प खुला रखने की पहल के बाद भी विकल्प न मिलने पर कांग्रेस ने एकला चलो का फैसला किया था। कांग्रेस ने साफ किया था कि अकेले दम पर सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ा जाएगा। हालांकि उसके बाद ही मौलाना तौकीर रजा खां ने प्रत्याशियों के समर्थन का ऐलान किया, जिसको प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू द्वारा सहर्ष स्वीकार किया गया।