सार

यूपी विधानसभा चुनाव में कानपुर-बुंदेलखंड की 52 विधानसभा सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुके हैं। प्रदेश की सभी राजनीतिक पार्टियां कानपुर-बुंदेलखंड की 52 सीटों पर अपना-अपना दावा कर रही हैं। जबकि कानपुर-बुंदेलखंड बीजेपी का सबसे मजबूत किला है। यदि यूपी चुनाव 2022 की बात की जाए तो, कानपुर-बुंदेलखंड में बीजेपी की पकड़ कुछ ढीली पड़ी है। 

सुमित शर्मा

कानपुर: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Election) में कानपुर-बुंदेलखंड की 52 विधानसभा सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुके हैं। प्रदेश की सभी राजनीतिक पार्टियां कानपुर-बुंदेलखंड की 52 सीटों पर अपना-अपना दावा कर रही हैं। जबकि कानपुर-बुंदेलखंड बीजेपी का सबसे मजबूत किला है। यदि यूपी चुनाव 2022 की बात की जाए तो, कानपुर-बुंदेलखंड में बीजेपी की पकड़ कुछ ढीली पड़ी है। वहीं 10 मार्च को आने वाले नतीजों में आकड़े भी बदले नजर आ सकते हैं। विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी कानपुर-बुंदेलखंड की 52 में से 52 सीटें जीत कर क्लीन स्वीप का दावा कर रही थी।

कानपुर-बुंदेलखंड बीजेपी का सबसे मजबूत किला है। बीजेपी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में कानपुर-बुंदेलखंड की 52 सीटों में से 47 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में कानपुर-बुंदेलखंड की 10 लोकसभा सीटों में से 10 सीटों को जीतकर क्लीन स्वीप किया था। इस लिए बीजेपी कानपुर-बुंदलेखंड को अपना सबसे मजबूत किला मानती है।

ईवीएम में किस्मत का फैसला कैद
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में बीजेपी ने अपने मजबूत किले को बचाने के लिए खास तैयारी की थी। तीसरे चरण और चौथे चरण की वोटिंग में कानपुर-बुंदेलखंड के प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो चुका है। सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने हिसाब से गणित लगा रही हैं। बीजेपी, कांग्रेस, सपा और बसपा कानपुर में बढ़त बनाने का दावा कर रही हैं।

अपना दल (एस) को मिली हैं चार सीटें
बीजेपी ने कानपुर-बुंदेलखंड की 52 में से 04 विधानसभा सीटें अपनी सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) को दी थीं। अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कानपुर बुंदेलखंड की घाटमपुर, बिंदकी, मऊरानीपुर और कायमगंज सीट से प्रत्याशियों को उतारा है। वहीं बीजेपी ने 48 सीटों पर अपने प्रत्याशियों को उतारा है। बीजेपी कानपुर-बुंदेलखंड की 52 में से 50 सीटे जीतने का दावा कर रही है।

बीएसपी भी मजबूत
एसपी, कांग्रेस और बीएसपी भी कानपुर-बुंदेलखंड की ज्यादा-ज्यादा से सीटें जीतने का दावा कर रही है। यदि विधानसभा चुनाव 2017 की बात की जाए तो, बीएसपी सेकेंड रनर पार्टी थी। कानपुर-बुदेलखंड की 52 में से लगभग 40 ऐसी विधानसभा सीटें थी जिसमें बीजेपी दूसरे नबंर थी। इन आकड़ों को देखते हुए बीएसपी का कम नहीं आंका जा रहा है। 

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