सार
बुलंदशहर में अपने ही गोद लिए गांव में भाजपा प्रत्याशी के लिए प्रचार करने पहुंचे पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ। महेश शर्मा को गांव वालों का विरोध झेलना पड़ा। ग्रामीणों ने महेश शर्मा से स्पष्ट कह दिया कि गांव से पांच वोट भी नहीं मिलेंगे।
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) के प्रचार के लिए सभी राजनीतिक दल मैदान में उतरे है। फिर चाहे पार्टी के बड़े नेता हो या विधायक हो, सभी अलग-अलग विधानसभा सीट जाकर भाजपा (BJP) प्रत्याशियों के लिए प्रचार कर रहे है। ऐसा ही बुलंदशहर (Bulandshahr) में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा (Mahesh Sharma) करने गए। लेकिन भाजपा विधायकों के खिलाफ लोगों का गुस्सा खुलकर सामने आया। बुलंदशहर में अपने ही गोद लिए गांव में भाजपा प्रत्याशी के लिए प्रचार करने पहुंचे पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ। महेश शर्मा को गांव वालों का विरोध झेलना पड़ा। ग्रामीणों ने महेश शर्मा से स्पष्ट कह दिया कि गांव से पांच वोट भी नहीं मिलेंगे। क्योंकि ग्रामीणों का आरोप है कि सांसद ने गांव को गोद लेकर कभी यहां झांकने तक नहीं आए।
इसके बाद सासंद महेश शर्मा के सामने ही मुर्दाबाद के नारे और अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगाए गए। लोगों के विरोध को देखते हुए सांसद महेश शर्मा ने वहां से निकला जाना ही बेहतर समझा। बता दे कि सिकंदराबाद क्षेत्र के गांव दुल्हेरा को पूर्व केंद्रीय मंत्री और नोएडा सांसद डॉ। महेश शर्मा ने गोद लिया था। गांव के लोगों का आरोप है कि सांसद ने गांव तो गोद ले लिया, लेकिन वह यहां कभी भी झांकने तक नहीं आए। अब चुनाव आ गया तो वोट मांगने आ गए। सांसद ने गांव में कोई विकास नही करवाया, पांच ईंट तक नहीं लगवाई, इसलिए गांव से पांच वोट भी उन्हें नहीं मिलेंगे।
आपको बता दे कि यूपी विधानसभा चुनाव राज्य में सात चरणों में होना है। पहले चरण की शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी। दूसरे चरण में 14 फरवरी को राज्य की 55 सीटों पर मतदान होगा। उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में 59 सीटों पर, 23 फरवरी को चौथे चरण में 60 सीटों पर, 27 फरवरी को पांचवें चरण में 60 सीटों पर, तीन मार्च को छठे चरण में 57 सीटों पर और सात मार्च को सातवें चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा। वहीं यूपी चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे।