आमतौर पर सभी लोग मकर संक्रांति के बारे में ही जानते हैं, ये पर्व हर साल जनवरी में मनाया जाता है। लेकिन इसके अलावा साल में और भी संक्रांति आती है। जानें इससे जुड़ी रोचक बातें…
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में जाता है तो इसे संक्रांति कहते हैं। सूर्य हर महीने राशि परिवर्तन करता है। इस तरह एक साल में 12 संक्रांति होती है।
धर्म ग्रंथों में संक्रांति को पर्व माना गया है। इसके अनुसार, जब भी सूर्य राशि बदले तो इस मौके पर पवित्र नदी में स्नान करने के बाद जरूरतमंदों को अनाज, कपड़े आदि का दान करना चाहिए।
ज्योतिषियों के अनुसार, जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तो ये उत्तरी गोलार्द्ध की ओर गति करने लगता है, जिसे उत्तरायण कहते हैं। उत्तरायण को देवताओं का दिन भी कहा जाता है।
जब सूर्य उत्तरायण होता है तो दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती है। ये स्थिति खेती, बारिश व अन्य कामों के लिए अच्छी मानी जाती है। इसलिए मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है।
आमतौर पर मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाई जाती है, लेकिन साल 2024 में सूर्य 15 जनवरी, सोमवार की सुबह मकर राशि में प्रवेश करेगा, इसलिए इसी दिन मकर संक्रांति पर्व मनाया जाएगा।